अंग अंग पर छाया इंद्रधनुषी रंग
आसमान पर छाने वाला इंद्रधनुष सोमवार को धरती पर उतर आया। लाल-पीले-हरे-नीले रंगों से भीगा तन और इसमें घुला उल्लास और उमंग हर मन में समाया। उम्र की सीमाओं और सारे भेदभाव परे, होली का आह्लाद कुछ ऐसे ही हर एक पर छाया। जोगीरा-फाग, खाटी काशिका तो झन्नाटेदार फिल्मी गीत और राजनीति के मिजाज का तड़का लगाया। मस्ता
वाराणसी। आसमान पर छाने वाला इंद्रधनुष सोमवार को धरती पर उतर आया। लाल-पीले-हरे-नीले रंगों से भीगा तन और इसमें घुला उल्लास और उमंग हर मन में समाया। उम्र की सीमाओं और सारे भेदभाव परे, होली का आह्लाद कुछ ऐसे ही हर एक पर छाया। जोगीरा-फाग, खाटी काशिका तो झन्नाटेदार फिल्मी गीत और राजनीति के मिजाज का तड़का लगाया। मस्तानों की टोली बिंदास अंदाज में दिल का गुबार निकालते शहर भर घूमी तो बाइकों से फर्राटे भी भरे।
अलबेले रंगों की धार में गिले शिकवे बहे। दोस्त तो दोस्त, दुश्मन भी एक दूसरे को अंकवार में भर गले मिले। मंगलवार को भी पर्व का खुमार घर-घर मेल मिलाप की बैठकों में बेशुमार छाया। अबीर गुलाल की बारिश में तन मन नहाया और क्त्रम देर रात तक बेलौस जारी रहा। बनारसी मिजाज को अब नगर के पुरनिया पर चिरयुवा उत्सव बुढ़वा मंगल का इंतजार है जिसमें रंग राग में समाएंगे और पूरी काशी पर छाएंगे।
रविवार को मुंह अंधेरे, एक रात पहले जलाई गई होलिका स्थल पर धूलि वंदन और आराध्य देवों को रंग-गुलाल अर्पित कर रंगोत्सव का जश्न शुरू हुआ। शहर हो या गांव घर बाहर और सड़कों व गलियों तक महोत्सव की मस्ती छाई। इसमें बच्चे तो थे ही उम्र की सीमाएं टूटीं और पूरी काशी रंगों से नहाई। उमंग तरंग से सराबोर एक दूसरे के दरवाजे पर जाते, खुद रंगों से भींगते और दूसरों को भी नहलाते। उत्साही युवाओं का क्या कहना, पूरी मस्ती में डूबे बाइकों से फर्राटे भरे। शहर के इस छोर से उस ओर तक उमंग आह्लाद बिखेरते फिरे। डीजे की धमाकेदार धुनों पर धमाचौकड़ी की तो होलियाना अंदाज में शुभाकामनाएं भी दीं। हर ओर बुरा न मानो होली है का उद्घोष गूंजा तो कहा सुना माफ के साथ दिल भी साफ किया। दोपहर 12 बजे तक रंगने का दौर फिर घरों में या घाटों पर रंग छुड़ाया, खुमारी मिटाया पर तीसरे पहर से ही अबीर गुलाल के साथ होली का दूसरा चरण माहौल पर तारी हो आया।
होली बरात, मस्ताने बराती -होली पर रंगों से सराबोर बरातें भी निकलीं। इसमें अनूठे लाग विमान और डीजे की झंकार पर मस्ताने बरातियों ने ठुमके लगाए। मंगलवार को मुकीमगंज से निकली बरात विभिन्न रास्तों से होते मछोदरी में संपन्न हुई। सपा के महानगर अध्यक्ष राकेश जैन ने उद्घाटन किया। संयोजन नीलू यादव, संतोष राय आदि ने किया। इससे पहले सोमवार को बजरडीहा के जीवध पोखरी से देवपोखरी स्थित हनुमान मंदिर तक बरात निकाली गई।