इस अक्षय तृतीया पर शनि हो रहे हैं धनु राशि में वक्री
नौ ग्रहों में सबसे न्यायप्रिय माने जाने वाला ग्रह शनि 18 अप्रैल बुधवार को अक्षय तृतीया के अवसर पर धनु राशि में वक्री हो रहा है।
आयेंगे कई परिर्वतन
बुधवार 18 अप्रैल 2018 को दंडाधिकार ग्रह शनि धनु राशि पर गोचर कर रहे हैं। पंडित दीपक पांडे ने बताया कि जिस समय शनि के पिता सूर्य देव मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं तब शनि धनु राशि पर वक्री हो जायेंगे। इस दिन अक्षय तृतीया भी है और सुबह 7 बज कर 14 मिनट पर शनि धनु पर वक्री होंगे और इस स्थिती में 6 सितंबर 2018 तक रहेंगे। इस परिर्वतन के व्यापक परिणाम देखने को मिलेंगे। पंडित जी के अनुसार इस के बाद काफी हद तक राजनीतिक उथल पुथल देखने को मिलेगी। हालाकि आम आदमी के लिए ये स्थिती शुभ होगी और उनके लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसके अतिरिक्त विश्व में कहीं से भयानक अग्निकांड की खबर सुनने को मिल सकती है।
राशियों पर पड़ेगा अलग अलग प्रभाव
शनि जिन की राशि में वक्री हो रहा है उनके लिए तो ये अत्यंत शुभ है सही मायने में कह सकते हैं कि उनके भाग्य खुल जायेंगे। आइये जाने कि विभिन्न राशियों पर इसका प्रभाव क्या होगा। मेष, सिंह और वृश्चिक राशि वालों के लिए शनि का धनु में आगमन नये कार्यों का शुभारंभ करवायेगा और आजीविका के अवसरों को बेहतर करेगा। हालांकि सरकारी नौकरी करने वालों को ट्रांसफर झेलना पड़ सकता है। वृष, कन्या और मकर राशि वालों के लिए ये परिवर्तनप थोड़ा संघर्ष पूर्ण स्थितया पैता करेगा, आजीविका से जुड़े कामों में कठिन परिश्रम की स्थितियां पैदा होंगी। मिथुन, तुला और मीन राशि वालों को आर्थिक और व्यवसायिक कार्यों में प्रगति के अवसर मिलेंगे और पुराने रुके हुए कार्य अपने अंजाम तक पहुंचेंगे। कर्क, धनु और कुंभ राशि वालों के लिए ये परिर्वतन कुछ कष्टप्रद रहेगा। यश और प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है और परिवार और प्रियजनों की नाराजगी और विछोह भी झेलना पड़ सकता है।
कष्ट से बचने के उपाय
जिनको शनि के धनु में वक्री होने के कारण कष्टों का सामना करना पड़ेगा वे इसके प्रभाव को कम करने के लिए कुछ खास उपायों को अमल में लायें। जैसे प्रति दिन स्नान आदि के पश्चात पूजा करते समय ओम हनु हनुमते मंत्र का जाप करें। सूर्य को अर्ध्य दें और घर के बुजुर्गों और माता पिता के चरण स्पर्श करके आर्शिवाद लें। पीपल के पेड़ पर जल चढ़ायें और उसके आगे तिल्ली के तेल का दीपक जलायें।