सारनाथ में दिखेगी काशी
महात्मा बुद्ध की प्रथम उपदेशस्थली सारनाथ श्री काशी विश्वनाथ का भी गुणगान करेगी और अपने यहां आने वाले हर पर्यटक को उसकी पौराणिकता से परिचय कराएगी। वन विभाग ने यह प्रयास किया है।
वाराणसी। महात्मा बुद्ध की प्रथम उपदेशस्थली सारनाथ श्री काशी विश्वनाथ का भी गुणगान करेगी और अपने यहां आने वाले हर पर्यटक को उसकी पौराणिकता से परिचय कराएगी। वन विभाग ने यह प्रयास किया है।
सारनाथ स्थित मूलगंध कुटी विहार उद्यान के चार पार्कों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने के सिलसिले में ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि वहां प्रोजेक्टर के माध्यम से काशी के अतीत और वर्तमान की फिल्मी झांकियों का भी प्रदर्शन किया जाए। इसके अलावा पार्कों में मखमली घास, बुद्धम शरण गच्छामि की धुन पर थिरकता रंगीन फव्वारा और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के साथ भी उद्यान को दर्शनीय और समृद्ध बनाने की भी
योजना है। वन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है। विभाग का दावा है कि सकारात्मक संकेत है। जल्द ही इसकी स्वीकृति के साथ मूलगंध कुटी विहार परिसर के चारों पार्कों को सजाने संवारने का काम शुरू हो।
लगेंगे सीसीटीवी कैमरे भी-
पार्क में प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रस्तुत दृश्य-श्रव्य कार्यक्रम के तहत पर्यटकों को काशी व सारनाथ के इतिहास काल से रूबरू कराया जाएगा। उद्यान पर नजर रखने के लिए तीन सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। पार्कों की सिंचाई के लिएनलकूप लगाने की योजना भी प्रस्ताव में शामिल है।मूलगंध कुटी विहार उद्यान के चार पार्कों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने की तैयारीवन विभाग ने भेजा शासन को प्रस्ताव, पर्यटक ले सकेंगे साउंड सिस्टम का आंनद अंतरराष्ट्रीय पार्क को पुररौनक बनाने के लिए वन विभाग ने अलग से फूलों की नर्सरी भी तैयार की है। इसमें कचनार,गुलमोहर, अमलताश, रोजिया, इथोपैडिया सहित दर्जनों प्रजातियों के फूल-पौधों की नर्सरियां तैयार की जा रही हैं।