आया रे फागुन: द्वारिकाधीश आज से सुनेंगे होरी के रसिया
वसंत पंचमी से शुरू हुआ होली का उल्लास धीरे-धीरे पूरे ब्रज में छाने लगा है। द्वारिकाधीश मंदिर में मंगलवार को शयन दर्शन के साथ होली का डांडा गाढ़ दिया गया। बुधवार से प्रभु को ढप पर होरी के रसिया सुनाए जाने लगेंगे।
मथुरा। वसंत पंचमी से शुरू हुआ होली का उल्लास धीरे-धीरे पूरे ब्रज में छाने लगा है। द्वारिकाधीश मंदिर में मंगलवार को शयन दर्शन के साथ होली का डांडा गाढ़ दिया गया। बुधवार से प्रभु को ढप पर होरी के रसिया सुनाए जाने लगेंगे।
उधर, मंगलवार को प्रहलाद नगरी फालैन में होली पर धधकते अंगारों पर निकलने के लिए हीरालाल पंडा पूजा-अर्चना के बाद तपस्या पर बैठ गया।
द्वारिकाधीश मंदिर में मंगलवार, माघ पूर्णिमा को डांडा गढ़ते ही होली का आनंद चरम पर पहुंच गया। बुधवार से फाल्गुन की शुरुआत के साथ ही वासंती बयार में श्रद्धालु सराबोर होने लगेंगे। बुधवार से राजभोग दर्शन के समय सुबह 10 से 11 बजे तक रसियाओं द्वारा प्रभु को होली गायन सुनाने का दौर शुरू हो जाएगा जो होली तक चलेगा। इस दौरान विभिन्न मनोरथ भी होंगे।
मंदिर के मीडिया प्रभारी एड. राकेश तिवारी ने बताया कि रंगभरनी एकादशी को ठाकुरजी के बगीचा और डोल के दर्शन होंगे। उधर, कोसीकलां से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित गांव फालैन के एतिहासिक पंडा मेला में मंगलवार को वयोवृद्ध पंडा बाबूलाल को आराम देते हुए 25 वर्षीय युवा पंडा हीरालाल के नाम की घोषणा कर दी गई। इसके लिए ग्रामीण सुबह से ही प्रहलाद जी मंदिर पर एकजुट हो लगे। यहां से ढोल- नगाड़ों की थाप के बीच पंडा हीरालाल ने गांव की परिक्रमा की। मेला आचार्य पंडित भगवान सहाय ने हीरालाल पंडा से होलिका चौक पर विधिवत पूजा अर्चना कराई। पूजा के दौरान भक्त प्रहलाद की जयघोष के बीच पंडा एक महीने की तपस्या पर बैठ गया।
पहली बार निकलेगा हीरालाल पंडा- हीरालाल पंडा पहली बार भक्त प्रहलाद की माला को धारण कर धधकते अंगारों से निकलने का कारनामा करेगा। 25 वर्षीय पंडा से पूर्व तीन बार बाबूलाल पंडा, सुशील, कुंवरपाल, श्रीचंद, मोहन , तेजराम, इंद्रजीत पंडा भी धधकते अंगारों के बीच से निकल चुके हैं।
पांच-छह मार्च की रात्रि में होगा मेला- पंडित भगवान सहाय ने बताया कि गांव में पंडा मेला पांच-छह मार्च की रात्रि में आयोजित होगा। जिसमें धधकते अंगारों से होकर पंडा निकलेगा।