Phalguna 2019: हिंदू पंचाग का अंतिम माह आरंभ, इस दिन महाशिवरात्रि व होली
बुधवार 20 फ़रवरी 2019 से फाल्गुन माह प्रारम्भ हो रहा है। ये हिंदू पंचांग का आखिरी महीना होता है आैर उत्सव के उल्लास से भरा हुआ रहता है।
बारहवां महीना
चैत्र माह से प्रारंभ होने वाले हिंदू पंचांग के एक वर्ष का बारहवां आैर अंतिम महीना होता है फाल्गुन। अंग्रेजी के अनुसार ये फरवरी आैर मार्च महीने मे पड़ता है। इसे बसंत का महीना भी कहते हैं। इस समय न अधिक गर्मी होती है और न अधिक सर्दी। ये माह अनेक बड़े त्योहारों का भी समय होता है। जैसे होली आैर शिवरात्रि आदि।
शिव आैर कृष्ण दोनों की उपासना
फाल्गुन के महीने में महाशिवरात्रि व होली जैसे पर्व होते हैं इस कारण इस मास का धार्मिक व सांस्कृतिक महत्व बहुत अधिक माना जाता है। एक आेर इसमें भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है तो दूसरी तरफ भगवान द्वारा अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा करने के कारण होलिका दहन के साथ होली का रंगों उत्सव भी मनाया जाता है। होली का त्योहार भेदभाव को भूलाकर साथ चलने की हमारी सांस्कृतिक एकता के महत्व को भी दर्शाता है। एेसी भी मान्यता है कि चंद्रमा की उत्पति भी महर्षि अत्रि और उनकी पत्नी अनुसूया की संतान के रूप में फाल्गुन मास की पूर्णिमा को ही हुई थी। इसी लिए इसी माह में समारोह पूर्वक चंद्रोदय की पूजा भी की जाती है। यह हिंदू वर्ष का अंतिम महीना होता है इसलिए अधिकांश धार्मिक वार्षिकोत्सव इसी माह में होते हैं। दक्षिण भारत में भी उत्तिर नाम का मंदिरोत्सव फाल्गुन मास की पूर्णिमा को ही मनाया जाता है। ज्योतिष के अनुसार यदि फाल्गुन द्वादशी युक्त श्रवण नक्षत्र से प्रारंभ हो तो इस दिन भगवान विष्णु का उपवास करने की मान्यता भी है।
फाल्गुन माह के प्रमुख व्रत और त्यौहार
फाल्गुन शुक्ल अष्टमी- इस दिन देवी के लक्ष्मी और सीता स्वरूप की पूजा होती है।
फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी- इसी दिन शिव जी को सर्मपित शिवरात्री मनाई जाती है।
फाल्गुन पूर्णिमा- चन्द्रमा की उत्पत्ति का दिन होने के कारण उसकी उपासना होती है।
होली- हिंदू पंचांग के अनुसार ये पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
उत्तिर- दक्षिण भारत में उत्तिर नाम का मंदिरोत्सव भी फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होता है।