Paush Month 2022: जानें कब से शुरू हो रहा है पौष मास, जिसमें की जाएगी भगवान सूर्य की उपासना
Paush Month 2022 हिन्दू धर्म में भगवान सूर्य की पूजा प्रत्यक्ष देवता के रूप में की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान सूर्य की आराधना के लिए पौष मास को सबसे उत्तम माना जाता है। जानते हैं कब से शुरू हो रहा है पौष मास।
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Paush Month 2022, Date and Vrat / Tyohar list: मार्गशीर्ष मास में अपने अंतिम चरणों में है। इसके बाद हिन्दू पंचांग के अनुसार पौष महीने की शुरुआत हो जाएगी। जिस तरह मार्गशीष मास भगवान श्री कृष्ण की पूजा के लिए समर्पित है, ठीक उसी तरह पौष मास में भगवान सूर्य की पूजा का विशेष महत्व है। बता दें कि इस मास को छोटा पितृ पक्ष के रूप में जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस मास में पिंडदान और श्राद्ध कर्म करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है और पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। आइए जानते हैं कब से शुरू हो रहा है पौष महीना, इसमें पड़ने वाले व्रत और त्यौहार और इस मास का महत्व।
पौष मास 2022 तिथि और महत्व (Paush Month 2022 Date)
हिन्दू पंचांग के अनुसार पौष मास वर्ष 2022 में 9 दिसम्बर से शुरू हो रहा है और इसका समापन 7 जनवरी 2023 को होगा। इस पवित्र मास में भगवान सूर्य की पूजा का विशेष महत्व है। बता दें कि इस मास में सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करेंगे। जिस वजह से मांगलिक कार्यों पर कुछ समय के लिए रोक लग जाएगी। ऐसे में ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि इस मास में पूर्वजों को पिंडदान करने से उन्हें बैकुंठ की प्राप्ति होती है और पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है। मान्यता यह भी है कि जो व्यक्ति इस मास में भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करता है उसे तेज, बल, बुद्धि, विद्या, यश और धन की प्राप्ति होती हैं। इस मास में रविवार के दिन उपवास रखने से भी भक्तों को सूर्य देव का आशीर्वाद मिलता है।
पौष मास 2022 व्रत और त्यौहार सूचि (Paush Month 2022 Vrat and Tyohar list)
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11 दिसंबर 2022, रविवार: अखुरथ संकष्टी चतुर्थी व्रत
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16 दिसंबर 2022, शुक्रवार: कालाष्टमी व्रत
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19 दिसंबर 2022, सोमवार: सफला एकादशी
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21 दिसंबर 2022, बुधवार: प्रदोष व्रत
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21 दिसंबर 2022, बुधवार: मासिक शिवरात्रि
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23 दिसंबर 2022, शुक्रवार: पौष अमावस्या
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04 जनवरी 2023, शनिवार: ब्रह्म गौर व्रत
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02 जनवरी 2023, सोमवार: पुत्रदा एकादशी
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06 जनवरी 2023, शुक्रवार: शाकंभरी देवी जयंती
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06 जनवरी 2023, शुक्रवार: पौष पूर्णिमा
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