Pauranik Katha: क्या हुआ था जब श्री गणेश ने ली थी 7 बहनों की परीक्षा, पढ़ें यह कथा
Pauranik Katha आज हम जागरण अध्यात्म के इस लेख में आपके लिए एक और पौराणिक कथा लाएं हैं। इस कथा में उस वाक्ये का वर्णन है जब श्री गणेश ने 7 बहनों की परीक्षा ली थी। तो आइए पढ़ते हैं यह कथा।
Pauranik Katha: हम आपके लिए लगातार पौराणिक कथाएं लेकर आते हैं। इन कथाओं में कई सीख छुपी होती हैं। आज भी हम जागरण अध्यात्म के इस लेख में आपके लिए एक और पौराणिक कथा लाएं हैं। इस कथा में उस वाक्ये का वर्णन है जब श्री गणेश ने 7 बहनों की परीक्षा ली थी। तो आइए पढ़ते हैं यह कथा।
कथा के मुताबिक, सात बहनें थीं। इनमें से 6 बहनें हमेशा पूजा-पाठ में लीन रहती थीं। लेकिन सातवीं बहन को पूजा-पाठ में कोई दिलचस्पी नहीं थी। यह देख एक बार गणेश जी ने सोचा कि क्यों न वो सातों बहनों की परीक्षा लें। फिर गणेशजी ने साधु का रूप धरा और वो उन बहनों के घर आ पहुंचे। उन्होंने दरवाजा खटखटाया।
गणेश जी ने पहली बहन से कहा कि वो बहुत दूर से आया है और उनके लिए खीर बना दो। लेकिन उसने मना कर दिया। इसी तरह बाकी की 5 बहनों ने भी खीर बनाने से मना कर दिया। जो 6 बहनें सबसे ज्यादा पूजा-पाठ करती है उन्होंने साधु के लिए खीर बनाने से मना कर दिया। लेकिन जब सातवीं बहन से पूछा गया तो उसने खीर बनाने के लिए हां कर दी।
सातवीं बहन ने चावल से खीर बनाना शुरू कर दिया। उसने खीर बनाते बनाते अधपकी खीर चखी और फिर साधु महाराज को खीर दी। साधु ने कहा कि खीर तुम ही खा लो। सातवीं बहन ने कहा मैंने तो खीर बनाते-बनाते ही खा ली है।
फिर गणेश जी अपने रूप में आए और उन्होंने कहा कि मैं तुम्हें स्वर्ग लेकर जाऊंगा। फिर उस सातवीं बहन ने कहा कि वो अकेले स्वर्ग नहीं आऊंगी। मेरी 6 बहनों को भी ले चलिए। तब गणेश जी ने खुश होकर कहा कि वो सभी को स्वर्ग ले जाएंगे। फिर वो सभी को स्वर्ग ले गए।
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