Oct Weekly Vrat Evam Tyohar 2020: आज है दुर्गा विसर्जन, जानें कब है पापांकुशा एकादशी, शरद पूर्णिमा, कोजागरी पूजा, प्रदोष और वाल्मीकि जयंती
Oct Weekly Vrat Evam Tyohar 2020 आज से अक्टूबर माह के अंतिम एवं पांचवे सप्ताह का प्रारंभ हो गया है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में पापांकुशा एकादशी प्रदोष व्रत शरद पूर्णिमा कोजागरी पूजा तथा वाल्मीकि जयंती जैसे व्रत पर्व एवं त्योहार आने वाले हैं।
Oct Weekly Vrat Evam Tyohar 2020: आज से अक्टूबर माह के अंतिम एवं पांचवे सप्ताह का प्रारंभ हो गया है। आज शुद्ध आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि, सोमवार दिन और 26 अक्टूबर तारीख है। आज दुर्गा विर्सजन के साथ दुर्गा पूजा का समापन है। आज मां दुर्गा की मूर्तियों का विर्सजन किया जा रहा है। इसके साथ ही मां दुर्गा अपने मायके पृथ्वी से विदा होंगी। फिर उनको अगले वर्ष सहर्ष आमंत्रित किया जाएगा। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में पापांकुशा एकादशी, प्रदोष व्रत, शरद पूर्णिमा, कोजागरी पूजा तथा वाल्मीकि जयंती जैसे व्रत, पर्व एवं त्योहार आने वाले हैं। आइए जानते हैं कि ये सभी महत्वपूर्ण तिथियां किस दिन पड़ रही हैं।
अक्टूबर 2020 के साप्ताहिक व्रत एवं त्योहार
26 अक्टूबर, दिन: सोमवार: दुर्गा विसर्जन।
आज दुर्गा पूजा का आखिरी दिन है। आज दुर्गा विसर्जन तथा नवरात्रि की दशमी तिथि है। जिन लोगों के घर महानवमी के दिन हवन और कन्या पूजन नहीं हुआ है, वे आज अपने घर नवरात्रि हवन, पूजा तथा कन्या पूजन कराएंगे। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के समय में मां दुर्गा पृथ्वी पर अपने मायके आती हैं, दशमी के दिन सहर्ष विदा होकर ससुराल जाती हैं।
27 अक्टूबर, दिन: मंगलवार: पापांकुशा एकादशी।
पापांकुशा एकादशी हर वर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को होता है। इस वर्ष पापांकुशा एकादशी 27 अक्टूबर को है। इस दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा की जाती है।
28 अक्टूबर, दिन: बुधवार: प्रदोष व्रत, ईद ए मिलाद।
इस माह का प्रदोष व्रत 28 अक्टूबर दिन बुधवार को है। यह बुध प्रदोष व्रत है। इस दिन प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा की जाएगी। इस दिन भगवान शिव की पूजा करना कल्याणकारी माना जाता है।
30 अक्टूबर, दिन: शुक्रवार: शरद पूर्णिमा, कोजागरी पूजा।
शरद पूर्णिमा 2020: हिन्दी पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा होती है। इस वर्ष शरद पूर्णिमा 30 अक्टूबर दिन शुक्रवार को है। इस दिन खीर बनाकर रात्रि के समय खुला छोड़ते हैं। ऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन अमृत वर्षा होती है, जिससे वह खीर अमृत के समान हो जाता है। उसका सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होता है।
कोजागरी पूजा 2020: कोजागरी पूजा में माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन माता लक्ष्मी पृथ्वी पर देर रात्रि में आती हैं, इसलिए लोग अपने घरों को साफ रखते हैं तथा माता लक्ष्मी के आगमन की प्रतीक्षा करते हैं। कोजागरी पूजा हर वर्ष शरद पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। कोजागरी पूजा इस वर्ष 30 अक्टूबर को है।
31 अक्टूबर, दिन: शनिवार: वाल्मीकि जयंती।
संस्कृत के आदिकवि तथा संस्कृत रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की जयंती इस वर्ष 31 अक्टूबर दिन शनिवार को है। इन्होंने सबसे पहले संस्कृत में रामायण की रचना की थी।