नवरात्र पर सात सेक्टरों में बंटेगा ज्वालामुखी
विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी में 15 अगस्त से श्रवण अष्टमी मेलों में बेहतर व्यवस्था बनाने के मद्देनजर शुक्रवार को सहायक मंदिर आयुक्त संजीव कुमार की अध्यक्षता में मंदिर न्यास श्री ज्वालामुखी की बैठक हुई। बैठक में मेलों के दौरान किए जाने वाले प्रबंधों बारे चर्चा की गई। नवरात्र में
ज्वालामुखी । विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी में 15 अगस्त से श्रवण अष्टमी मेलों में बेहतर व्यवस्था बनाने के मद्देनजर शुक्रवार को सहायक मंदिर आयुक्त संजीव कुमार की अध्यक्षता में मंदिर न्यास श्री ज्वालामुखी की बैठक हुई। बैठक में मेलों के दौरान किए जाने वाले प्रबंधों बारे चर्चा की गई। नवरात्र में ढोल नगाड़ो, लाउड स्पीकरों, नारियल, तेजधार हथियार पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।
शहर के ढाबों व प्राईवेट पार्किंग में तय रेट से ज्यादा वसूली को लेकर भी एक टीम नजर रखेगी। मंदिर कर्मचारी, पुजारी, सेवादारों को पहचान पत्र जारी करने का भी निर्णय लिया गया। इसके अलावा सुरक्षा की दृष्टि से पूरे शहर को सात सेक्टरों में बांटा जाएगा। नवरात्र में भिक्षावृति पर भी रोक रहेगी तथा इस दौरान धारा 144 लगी रहेगी। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखते हुए निशुल्क लंगर व्यवस्था के साथ फलाहार की व्यवस्था करने का भी निर्णय लिया है। इस दौरान मुंडन व कन्या पूजन के लिए विशेष सुविधा के प्रबंध किए जाएंगे।
ज्वालाजी मंदिर में शुक्रवार को परंपरा के अनुसार कन्या पूजन के साथ गुप्त नवरात्र का शुभारंभ स्वत्रंता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पंडित सुशील रतन, सहायक मंदिर आयुक्त संजीव कुमार व मंदिर अधिकारी डॉ. अशोक पठानिया ने किया। इस मौके पर पुजारी सभा के प्रधान एवं मंदिर ट्रस्ट प्रधान दिव्यांशु भूषण ने अनुष्ठान में बैठे 51 विद्वानों को नौ दिन तक चलने वाले अनुष्ठान का संकल्प दिया। इसके अलावा देवी भागवत कथा का भी आयोजन किया गया है जो कि मंदिर के शैय्या भवन के कक्ष में कथावाचक पं सुनील शास्त्री द्वारा सुनाई जाएगी।
जानकारी के मुताबिक शक्तिपीठों में गुप्त नवरात्र में किए गए पूजन व हवन यज्ञ का फल कई लाख गुणा अधिक होता है। इन नवरात्र को चमत्कारी फल प्राप्ति के लिए श्रेष्ठ अवसर माना गया है। ज्वालामुखी शक्तिपीठ में भी इस आयोजन को धूमधाम से मनाया जाएगा। विश्व शांति, विश्व कल्याण के लिए नौ दिनों तक चलने वाले गुप्त नवरात्र के अनुष्ठान में 51 विद्वान भाग ले रहे हैं। इस अनुष्ठान में दुर्गासप्तशती के 100 पाठ किए जाएंगे व इक्यावन हजार जाप गणपति मंत्र, वटुक भैरव मंत्र का किया जाएगा। इसके अलावा 31 हजार जाप गायत्री मंत्र और सवा लाख जाप श्री ज्वालामुखी मूल मंत्र का किया जाएगा। इस मौके पर मंदिर प्रशासन की ओर से हलवे का प्रसाद भी बांटा गया। गुप्त नवरात्र के पहले दिन भारी संख्या में भी श्रद्धालुओं ने मां ज्वाला की पवित्र ज्योतियों के दर्शन किए।