अमरनाथ यात्रा मार्ग पर बर्फ पिघलने की प्रतिदिन बनाएं रिपोर्ट
राज्यपाल एनएन वोहरा ने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से कहा है कि वह यात्रा मार्ग पर बर्फ पिघलने की रिपोर्ट प्रतिदिन तैयार करें। यात्रा के लिए प्रबंध निर्धारित समय पर पूरे किए जाएं। राज्यपाल जो श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन भी है, ने यात्रा मार्ग पर बर्फ पिघलने व अन्य प्रबंधों की समीक्षा के लिए बैठक बुला
जम्मू। राज्यपाल एनएन वोहरा ने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से कहा है कि वह यात्रा मार्ग पर बर्फ पिघलने की रिपोर्ट प्रतिदिन तैयार करें। यात्रा के लिए प्रबंध निर्धारित समय पर पूरे किए जाएं। राज्यपाल जो श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन भी है, ने यात्रा मार्ग पर बर्फ पिघलने व अन्य प्रबंधों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई। इसमें बोर्ड के सीईओ राकेश गुप्ता, एडशिनल सीईओ प्रीतपाल सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
बैठक से पहले सीईओ ने बालटाल, पवित्र गुफा, पंजतरणी, शेषनाग और चंदनवाड़ी में कैंप डायरेक्टरों से बातचीत कर यात्रा मार्ग पर जमा बर्फ का ब्योरा प्राप्त किया। रिपोर्ट के मुताबिक जोजीबल में एक फीट, शेषनाग में चार फीट, एमजी टाप व पोशपत्री में सात फीट, पंजतरणी में एक फीट, संगम में चार फीट और पवित्र गुफा में छह फीट बर्फ जमा है। चंदनवाड़ी में धीमी रफ्तार से पिघल रही बर्फ को देखते हुए आशंका उत्पन्न होने लगी है कि लगी है कि बाबा अमरनाथ यात्रा इस रूट से निर्धारित 28 जून से शुरू हो पाएगी या नहीं। राज्यपाल ने सीईओ से कहा कि वो प्रतिदिन बर्फ पिघलने की रिपोर्ट तैयार करें। वोहरा ने सीईओ से कहा कि यात्रा मार्ग पर 21 जून को जमीनी स्तह पर जाकर जायजा लें और सारी जानकारी इकट्ठी करे। अगली समीक्षा बैठक 23 जून को होगी।
28 जून से आरंभ हो रही श्री अमरनाथ यात्रा पर आने वाले शिवभक्तों के लिए जम्मू के होटलों में कमरों पर 20 से 30 फीसद छूट रहेगी। एडवांस बुकिंग करवाने पर 30 और मौके पर बुकिंग करवाने पर श्रद्धालुओं को 20 फीसद छूट मिलेगी। इसके अलावा सभी होटलों में श्रद्धालुओं के लिए प्राथमिक चिकित्सा का प्रबंध करने के साथ उनका यात्रा पंजीकरण करवाने की भी व्यवस्था की जाएगी। बिना पंजीकरण जम्मू पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो, इसके लिए होटल का स्टाफ उन्हें करंट पंजीकरण करवाने में सहयोग करेगा। इस साल शहर के जम्मू हॉट में श्रद्धालुओं के करंट पंजीकरण की व्यवस्था होनी है और होटल एसोसिएशन इस प्रयास में है कि रोजाना के पंजीकरण में होटल प्रबंधन का कुछ कोटा निर्धारित हो जाए। इसके अलावा होटल एसोसिएशंस को रोजाना हेलीकॉप्टर बुकिंग में भी कोटा अलाट हुआ है। ऐसे में अगर होटल में ठहरने वाला कोई श्रद्धालु हेलीकॉप्टर से यात्रा करने का इच्छुक होगा तो होटल प्रबंधन उन्हें बुकिंग उपलब्ध करवाने का प्रयास भी करेगा। होटल के कमरों के किराए में छूट देने का एकमात्र उद्देश्य श्रद्धालुओं को आकर्षित करना है। वार्षिक अमरनाथ यात्रा के दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु रोजाना जम्मू पहुंचते हैं और यात्री निवास में एक से डेढ़ हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है। ऐसे में होटल व्यवसायियों की कोशिश रहती है कि अधिक से अधिक श्रद्धालु होटलों में आकर ठहरें, ताकि जम्मू के पर्यटन उद्योग को भी इस यात्रा का लाभ हो सके।
दूसरे धार्मिक स्थलों का भी कराएंगे भ्रमण- होटल एसोसिएशंस ने टूर एंड ट्रेवल एजेंसियों से भी संपर्क साधा है, ताकि वार्षिक अमरनाथ यात्रा के दौरान जम्मू पहुंचे श्रद्धालु अगर किसी अन्य तीर्थ स्थल पर जाना चाहें तो उन्हें बिना किसी परेशानी के ट्रांसपोर्ट उपलब्ध हो सके। होटल व्यवसायियों की कोशिश है कि जम्मू पहुंचने वाले श्रद्धालु कुछ दिन यहां ठहरकर आसपास के धार्मिक व पर्यटन स्थलों का भ्रमण करें। यात्रा पर टिका है जम्मू का पर्यटन उद्योग-ऑल जम्मू होटल एंड लाज एसोसिएशन के प्रधान इन्द्रजीत खजूरिया के मुताबिक जम्मू का पर्यटन उद्योग श्री माता वैष्णो देवी व श्री बाबा अमरनाथ यात्रा पर ही टिका है। ऐसे में पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों की कोशिश रहती है कि जम्मू आने वाले श्रद्धालु कुछ दिन जम्मू में भी बिताकर आसपास के धार्मिक स्थलों का भ्रमण करें।