Move to Jagran APP

Maha Shivratri 2021: आज महाशिवरात्रि पर किस मुहूर्त में करें पूजा, पढ़ें शुभ मुहूर्त और पूजा समय

Maha Shivratri 2021 हर वर्ष के फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पावन त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन शिव भक्त भोलेनाथ की भक्ति में लीन रहते हैं। इस दिन शिवजी के साथ-साथ देवी पार्वती जी की भी पूजा की जाती है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Tue, 09 Mar 2021 07:50 AM (IST)Updated: Thu, 11 Mar 2021 05:50 AM (IST)
Maha Shivratri 2021: महाशिवरात्रि पर किस मुहूर्त में करें पूजा, पढ़ें शुभ मुहूर्त और पूजा समय

Maha Shivratri 2021: हर वर्ष के फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पावन त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन शिव भक्त भोलेनाथ की भक्ति में लीन रहते हैं। इस दिन शिवजी के साथ-साथ देवी पार्वती जी की भी पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन शिवजी की पूजा करने से उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। इसलिए हिंदू धर्म में रात्रि कालीन विवाह मुहूर्त को बेहद उत्तम माना गया है। आइए जानते हैं महा शिवरात्रि का पूजा समय और शुभ मुहूर्त:

loksabha election banner

महा शिवरात्रि का पूजा समय और शुभ मुहूर्त:

फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि, 11 मार्च, गुरुवार

चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ- 11 मार्च, गुरुवार, दोपहर 2 बजकर 39 मिनट तक

चतुर्दशी तिथि समाप्त- 12 मार्च, शुक्रवार, दोपहर 3 बजकर 2 मिनट तक

निशिता काल पूजा समय- 11 मार्च मध्य रात्रि के बाद रात 12 बजकर 6 मिनट से रात 12 बजकर 55 मिनट तक

अवधि- 48 मिनट

पारण समय- 12 मार्च, शुक्रवार, सुबह 6 बजकर 34 मिनट से दोपहर 3 बजकर 2 मिनट तक

रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय: 11 मार्च, शाम 06 बजकर 27 मिनट से 09 बजकर 29 मिनट तक।

रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय: 11 मार्च, रात 9 बजकर 29 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक।

रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय: 11 मार्च, 12 बजकर 31 मिनट से 12 मार्च को तड़के 03 बजकर 32 मिनट तक।

रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय: 12 मार्च के प्रात:काल 03 बजकर 32 मिनट से सुबह 06 बजकर 34 मिनट तक।

गृहस्थ और साधकों के लिए महाशिवरात्रि पर पूजा का समय:

इस दिन तंत्र, मंत्र साधना, तांत्रिक पूजा, रुद्राभिषेक करने के लिए जो मुहूर्त रहेगा वो 12 बजकर 25 मिनट से 1 बजकर 12 मिनट तक श्रेष्ठ होगा। गृहस्थ को सुबह और संध्या काल में शिवजी की पूजा करनी चाहिए। इसका मुहूर्त 2 बजकर 40 मिनट से होगा। इसी समय से चतुर्दशी लग रही है तो दोपहर के बाद शिवजी की पूजा करना बेहद विशेष होगा। इससे विशेष फल की प्राप्ति होती है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। ' 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.