मचैल यात्रा का किराया हुआ 4700
मचैल यात्रा के लिए आने जाने का किराया 4700 रुपये हुआ, जबकि एकतरफ से जाने वालों को 2400 रुपये देने पड़ेंगे। नौ जून को डिवीजन कमिश्नर जम्मू के दफ्तर में मचैल यात्रा में चलने वाले हेलीकॉप्टर के टेंडर खोले गए।
किश्तवाड़ । मचैल यात्रा के लिए आने जाने का किराया 4700 रुपये हुआ, जबकि एकतरफ से जाने वालों को 2400 रुपये देने पड़ेंगे। नौ जून को डिवीजन कमिश्नर जम्मू के दफ्तर में मचैल यात्र में चलने वाले हेलीकॉप्टर के टेंडर खोले गए। इस बार भी पिछले तीन वर्षो से हेलीकॉप्टर चला रही यूटी एविएशन को इस साल का भी ठेका मिला। लेकिन बाइस दिन बीत जाने के बाद किश्तवाड़ प्रशासन और कंपनी के बीच कोई एग्रीमेंट नहीं हो पाया था। इसके चलते दिन बीत रहे थे।
कंपनी वाले कह रहे थे कि जब तक एग्रीमेंट नहीं होता हमारी बाकी औपचारिकताएं पूरी नहीं हो सकती। इस बारे में उन्होंने कई बार प्रशासन से गुहार लगाई, लेकिन प्रशासन में बैठे लोग न जाने क्यों इस बात को टालमटोल कर रहे थे। वीरवार दो जुलाई को कंपनी के लोग किश्तवाड़ प्रशासन के पास पहुंचे। उन्होंने अपना एग्रीमेंट साइन किया। इसमें इस साल के नये रेटों पर प्रशासन व कंपनी के लोगों में सहमति हुई। वर्ष 2013 में गुलाबगढ़ से मचैल तक आने जाने का किराया 5500 रुपये था। उसके बाद 2014 में यही किराया 5050 हो गया। लेकिन इस वर्ष पहले 4800 रुपये और अब 4700 रुपये आने जाने का किराया रखा गया है। जबकि दस साल से कम आयु के बच्चे का एकतरफा किराया 2036 रुपये दोनों तरफ का किराया 3396 रुपये रखा गया है।
इधर कटड़ा में वीरवार को मौसम कुछ हद तक सुहावना बना रहा। क्योंकि दिनभर आसमान पर धूप छांव का सिलसिला चलता रहा। त्रिकुटा पर्वत पर छाए बादलों के चलते हेलीकॉप्टर सेवा बीच-बीच में प्रभावित रही। बीते सप्ताह तक जहां यात्र का आंकड़ा रोजाना चालीस हजार के करीब था। वर्तमान में यात्र का आंकड़ा 22 से 25 हजार पहुंच गया है। यात्रा में आइ गिरावट की मुख्य वजह देशभर में अवकाश समाप्त होने को माना जा रहा है। जानकारों का मानना है कि अमरनाथ यात्र के साथ ही फिर वैष्णो देवी यात्रा में वृद्धि देखने को मिलेगी। वहीं वर्तमान में यात्रा में आइ कमी से कटड़ा में श्रद्धालुओं की रौनक कम हो गई है।