जानें हनुमान के ब्रह्मचर्य का सम्मान रखने वाली उनकी पत्नी सुर्वचला की कहानी
मंगलवार को हनुमान जी की पूजा होती है। सामान्य रूप से लोग उनके ब्रहम्चारी होने के बारे में जानते हैं कम ही लोगों को पता है कि वे विवाहित थे।
कौन हैं हनुमान जी की पत्नी
हनुमान जी का विवाह सुर्वचला नामक स्त्री से हुआ था। सुर्वचला सूर्यदेव की पत्नी हैं। कहा जाता है कि वे परम तपस्विनी थीं और उन्होंने कभी विवाह ना करने का निर्णय लिया था। इसीलिए वे हनुमान जी से विवाह करके उनके ज्ञान प्राप्त करने में सहयोगी बनीं और पुन: तपस्या में लीन हो गईं।
क्यों किया हनुमान से विवाह
दरसल सुर्वचला और हनुमान दोनों ही परम भक्त और ब्रहम्चारी थे। जहां सूर्य देव अपनी पुत्री को अविवाहित नहीं देखना चाहते थे वहीं हनुमान को अपनी शिक्षा पूर्ण करनी थी जो उन्हें सूर्य भगवान से मिलनी थी। सूर्य ने हनुमान को समस्त ज्ञान दे दिया सिवाय उन विद्याओं के जो विवाहित या ग्रहस्थ लोगों को ही दिया जा सकता था। अब हनुमान और अपनी दोनों की इच्छा फलीभूत हो सके इसके लिए सूर्य ने अपनी पुत्री सुर्वचला का विवाह हनुमान से करवाने का फैसला किया। इस तरह सुर्वचला की शादी होने से सूर्य का कष्ट मिटा और हनुमान समस्त विद्याओं के ज्ञाता बन गए। बाद में सुर्वचला तपस्या में लीन हो गईं और हनुमान अपने ब्रहम्चर्य में मगन हो गए।
एक मंदिर भी है
हनुमानजी और उनकी पत्नी सुवर्चला का एक प्राचीन मंदिर भी है जो तेलंगाना के खम्मम जिले में है। यहां हनुमान अपनी पत्नी के साथ विराजमान है। ऐसी मान्यता है कि जो भी विवाहित जोड़ा इस मंदिर में इन दोनों के दर्शन करता है, उसके वैवाहिक जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और पति-पत्नी के बीच प्रेम बना रहता है। ये मंदिर हैदराबाद से करीब 220 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।