Astrology Tips: बच्चों के चिड़चिड़ेपन और गुस्से को कैसे कर सकते हैं कंट्रोल? जानें ज्योतिष उपाय
Astrology Tips आजकल की तनावपूर्ण जिंदगी में बच्चे आमतौर पर चिड़चिड़े और गुस्सैल होते जा रहे हैं। जिन बच्चों की नींद पूरी होती है उनमें गुस्सा कम होता है। व्यायाम करने या आंसू के निकलने से गुस्सा कम हो जाता है।
Astrology Tips: आजकल की तनावपूर्ण जिंदगी में बच्चे आमतौर पर चिड़चिड़े और गुस्सैल होते जा रहे हैं। एकल परिवार की इस परिस्थिति में अपनी अहम भूमिका है। अगर आपका बच्चा भी बात-बात में चिड़चिड़ाता है और आपकी बात नहीं मानता है, गुस्सा होता है, तो ज्योतिष शास्त्र के कुछ उपाय आपकी मदद कर सकते हैं। ज्योतिषाचार्या साक्षी शर्मा के अनुसार, बच्चों को अनुशासन में लाने के लिए निम्न उपायों पर गौर किया जा सकता है।
हनुमान जी की आराधना
बच्चों को अनुशासित करने के लिए आप हनुमान जी की शरण ले सकते हैं। आप हनुमान जी को खुश कर सकते हैं। इससे आपके बच्चे का गुस्सा खुद-ब-खुद कम हो जाएगा। शास्त्रों के अनुसार, जब ज्योतिष ग्रहों के प्रभाव से बच्चा ज्यादा जिद्दी हो, चिड़चिड़ा हो, क्रोध अधिक करता हो, माता-पिता या अन्य बड़े लोगों की बातें नहीं सुनता हो, तो हनुमान जी के बांए पैर का सिंदूर हर मंगलवार और शनिवार को बच्चे के मस्तक या माथे पर लगाएं।
गुरु का आशीर्वाद
जिन बच्चों को गुस्सा अधिक आता है, उनके लिए यह उपाय काफी फायदेमंद हो सकता है। गुरु ग्रह को बल और बुद्धि का दाता माना जाता है। अगर बच्चे को या खुद को नजर और टोक बार-बार लगती हो, तो आप शहद भरा पात्र बच्चे के सिरहाने रखकर गुरुवार को मंदिर में दान करें। इससे बच्चा अनुकूल व्यवहार कर सकता है।
बच्चे की बात सुनें
बच्चे के मन की बात सुनकर भी आप उसका गुस्सा कम कर सकते हैं। बच्चे तब ज्यादा चिड़चिड़े हो जाते हैं, जब उनकी बात को माता-पिता सुनते नहीं है, इसलिए अपने बच्चे को पूरा समय देकर उसकी बात को सुनें। बच्चे को चांदी के गिलास में पानी पीने के लिए दें। इससे उसका चंद्रमा अनुकूल होगा और बच्चे का स्वभाव शांत होगा।
बच्चे की नींद
जिन बच्चों की नींद पूरी होती है, उनमें गुस्सा कम होता है। व्यायाम करने या आंसू के निकलने से गुस्सा कम हो जाता है। ऐसे में बच्चा बहुत अधिक समय तक नाराज हो, तो उससे बात करके गुस्सा कम करने की कोशिश करनी चाहिए। बच्चे के मानसिक और शारीरिक बदलाव को माता-पिता समझेंगे, तो उन्हें उन पर विश्वास हो सकेगा, वे उग्र नहीं बनेंगे। इसके लिए आप सोने से पहले बच्चे के तलवों में सरसों के तेल से मालिश करें, बहुत जल्द बच्चे को अच्छी नींद आने लगेगी।
डिसक्लेमर
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