Move to Jagran APP

Astrology Tips: बच्चों के चिड़चिड़ेपन और गुस्से को कैसे कर सकते हैं कंट्रोल? जानें ज्योतिष उपाय

Astrology Tips आजकल की तनावपूर्ण जिंदगी में बच्चे आमतौर पर चिड़चिड़े और गुस्सैल होते जा रहे हैं। जिन बच्चों की नींद पूरी होती है उनमें गुस्सा कम होता है। व्यायाम करने या आंसू के निकलने से गुस्सा कम हो जाता है।

By Kartikey TiwariEdited By: Published: Fri, 02 Oct 2020 10:30 AM (IST)Updated: Fri, 02 Oct 2020 10:30 AM (IST)
Astrology Tips: बच्चों के चिड़चिड़ेपन और गुस्से को कैसे कर सकते हैं कंट्रोल? जानें ज्योतिष उपाय
बच्चों को अनुशासन में लाने के लिए इन उपायों पर गौर कर सकते हैं।

Astrology Tips: आजकल की तनावपूर्ण जिंदगी में बच्चे आमतौर पर चिड़चिड़े और गुस्सैल होते जा रहे हैं। एकल परिवार की इस परिस्थिति में अपनी अहम भूमिका है। अगर आपका बच्चा भी बात-बात में चिड़चिड़ाता है और आपकी बात नहीं मानता है, गुस्सा होता है, तो ज्योतिष शास्त्र के कुछ उपाय आपकी मदद कर सकते हैं। ज्योतिषाचार्या साक्षी शर्मा के अनुसार, बच्चों को अनुशासन में लाने के लिए निम्न उपायों पर गौर किया जा सकता है।

loksabha election banner

हनुमान जी की आराधना

बच्चों को अनुशासित करने के लिए आप हनुमान जी की शरण ले सकते हैं। आप हनुमान जी को खुश कर सकते हैं। इससे आपके बच्चे का गुस्सा खुद-ब-खुद कम हो जाएगा। शास्त्रों के अनुसार, जब ज्योतिष ग्रहों के प्रभाव से बच्चा ज्यादा जिद्दी हो, चिड़चिड़ा हो, क्रोध अधिक करता हो, माता-पिता या अन्य बड़े लोगों की बातें नहीं सुनता हो, तो हनुमान जी के बांए पैर का सिंदूर हर मंगलवार और शनिवार को बच्चे के मस्तक या माथे पर लगाएं।

गुरु का आशीर्वाद

जिन बच्चों को गुस्सा अधिक आता है, उनके लिए यह उपाय काफी फायदेमंद हो सकता है। गुरु ग्रह को बल और बुद्धि का दाता माना जाता है। अगर बच्चे को या खुद को नजर और टोक बार-बार लगती हो, तो आप शहद भरा पात्र बच्चे के सिरहाने रखकर गुरुवार को मंदिर में दान करें। इससे बच्चा अनुकूल व्यवहार कर सकता है।

बच्चे की बात सुनें

बच्चे के मन की बात सुनकर भी आप उसका गुस्सा कम कर सकते हैं। बच्चे तब ज्यादा चिड़चिड़े हो जाते हैं, जब उनकी बात को माता-पिता सुनते नहीं है, इसलिए अपने बच्चे को पूरा समय देकर उसकी बात को सुनें। बच्चे को चांदी के गिलास में पानी पीने के लिए दें। इससे उसका चंद्रमा अनुकूल होगा और बच्चे का स्वभाव शांत होगा।

बच्चे की नींद

जिन बच्चों की नींद पूरी होती है, उनमें गुस्सा कम होता है। व्यायाम करने या आंसू के निकलने से गुस्सा कम हो जाता है। ऐसे में बच्चा बहुत अधिक समय तक नाराज हो, तो उससे बात करके गुस्सा कम करने की कोशिश करनी चाहिए। बच्चे के मानसिक और शारीरिक बदलाव को माता-पिता समझेंगे, तो उन्हें उन पर विश्वास हो सकेगा, वे उग्र नहीं बनेंगे। इसके लिए आप सोने से पहले बच्चे के तलवों में सरसों के तेल से मालिश करें, बहुत जल्द बच्चे को अच्छी नींद आने लगेगी।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.