Nostradamus Predictions: वर्ष 2020 के लिए नास्त्रेदमस ने की थी ये 5 भविष्यवाणियां, तीसरे विश्व युद्ध की जताई थी आशंका
Nostradamus Predictions नास्त्रेदमस फ्रांस के 16वीं सदी के भविष्यवक्ता थे। ये सिर्फ भविष्यवक्ता ही नहीं बल्कि डॉक्टर और शिक्षक भी थे।
Nostradamus Predictions: नास्त्रेदमस फ्रांस के 16वीं सदी के भविष्यवक्ता थे। ये सिर्फ भविष्यवक्ता ही नहीं बल्कि डॉक्टर और शिक्षक भी थे। इन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से भविष्य में होने वाली घटनाओं का वर्णन किया था। इन्हें इनकी सटीक भविष्यवाणियों के लिए याद किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इनकी कई भविष्यवाणियां सच हो चुकी हैं। खबरों के मुताबिक, नास्त्रेदमस ने दो विश्वयुद्ध, नेपोलियन का उदय, नाजी तानाशाह हिटलर का वजूद जैसे भविष्यवाणियां शामिल हैं। ये सभी भविष्यवाणियां 2020 के लिए की गई थीं।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां:
वर्ग संघर्ष में होगी बढ़ोत्तरी: नास्त्रेदमस ने कहा था वर्ष 2020 हिंसा भरा रहेगा। इस वर्ष महायुद्ध जैसे हालात हो जाएंगे। वहीं, लोग सड़कों पर उतर आएंगे। कई लोगों को अपना देश छोड़ दूसरे देश में शरण लेनी होगी। भविष्यवाणी के अनुसार, मध्यपूर्वी देशों में और दुनिया के कई अन्य क्षेत्रों में धार्मिक कट्टरता पैदा होगी और गृहयुद्ध जैसे हालात होंगे।
जलवायु में होगा परिवर्तन: तेजी से बदलते वातावरण के चलते ब्राजील के अमेजन के जंगल और ऑस्ट्रेलिया के जंगल में आग के चलते इस सदी की सबसे बड़ी त्रासदी होगी। वहीं, दुनिया के ग्लेशियर भी लगभग खत्म ही हो जाएंगे। इसके अलावा धरती के प्राकृतिक संसाधनों का लगातर दोहन किया जाएगा। इसके चलते धरती पर या तो आग रहेगी या समुद्र। अत: जलवायु में होने वाले परिवर्तन से दुनिया बुरी तरह प्रभावित होगी।
अर्थव्यवस्था को होगा बड़ा खतरा: वर्ष 2020 में इस सदी का सबसे बड़ा संकट देखा जाएगा। हालांकि, अगर भविष्यवाणी की न भी मानी जाए तो भी इस वर्ष अर्थव्यवस्था चरमरा गई है।
नेताओं की जान को होगा खतरा: वर्ष 2020 में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या की कोशिश भी की जाएगी। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प को बड़ा नुकसान हो सकता है।
तीसरे विश्व युद्ध की आशंका: नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार, इस वर्ष तीसरा विश्व युद्ध भी हो सकता है। ऐसा भी कहा था कि जब तीसरा विश्व युद्ध चल रहा होगा तब आकाश से एक उल्का पिंड हिंद महासागर में गिरेगा। इससे समुद्र का सारा पानी धरती पर फैल जाएगा। इससे ज्यादातर राष्ट्र डूब जाएंगे।
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