काशी विश्वनाथ मंदिर में क्यों निरंतर कम हो रही है आय
बाबा दरबार की निरंतर कम होती आय का कारण तलाशने के लिए अपर आयुक्त प्रशासन सहदेव ने मंगलवार को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर दफ्तर में रिकार्ड खंगाले। फाइलों के रखरखाव का हाल देखा और लेखा-बही का मिलान किया। विग्रह परिसरों में लगाए गए सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर पुजारियों-कर्मचारियों की
वाराणसी। बाबा दरबार की निरंतर कम होती आय का कारण तलाशने के लिए अपर आयुक्त प्रशासन सहदेव ने मंगलवार को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर दफ्तर में रिकार्ड खंगाले। फाइलों के रखरखाव का हाल देखा और लेखा-बही का मिलान किया। विग्रह परिसरों में लगाए गए सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर पुजारियों-कर्मचारियों की गतिविधियों पर भी नजर गड़ाई।
अपर आयुक्त दोपहर बाद विशेषज्ञ दल के साथ औचक निरीक्षण पर पहुंचे। परिसर में पुजारियों, कर्मचारियों व सेवादारों की ड्यूटीवार मुश्तैदी परखी। दफ्तर में रखी फाइलों के रखरखाव की स्थिति देखी। पूजन-अनुष्ठान के लिए जमा किए गए शुल्क की रसीद, चढ़ावा व दान में मिले धन की रजिस्टर में इंट्री का भी अवलोकन किया। सीसीटीवी रूम में तिथिवार फुटेज पर भी नजर दौड़ाई। मंदिर दफ्तर में बैठक कर कार्यप्रणाली के संबंध में कर्मचारियों से पूछताछ भी की। हालांकि उन्होंने सब कुछ सामान्य बताया लेकिन सूत्रों के अनुसार सीसीटीवी फुटेज में उन्होंने कई अवांछनीय गतिविधियों को भी चिह्नित किया। मालूम हो कि पिछले दिनों न्यास परिषद की बैठक में मंदिर की गिरती आय पर सदस्यों ने चिंता जताई थी। इससे पहले जुलाई में कार्यपालक समिति ने भ्रष्टाचार नियंत्रण के लिए सीसीटीवी कैमरे व रिकार्डिग व्यवस्था दुरूस्त करने के साथ ही इसकी मानीटरिंग के लिए कमेटी गठित की थी।
इसकी जांच में अगस्त में कई मामले भी सामने आए थे। इसमें कई पुजारियों कर्मचारियों पर दंडात्मक कार्रवाई भी की गई लेकिन बाद में विरोध के कारण मामला लगभग दब गया है। समझा जा रहा है कि अब निगरानी व्यवस्था दुरूस्त कर एक बार फिर शिकंजा कसने की तैयारी है ताकि दोषी मय साक्ष्य पकड़ में आ सकें। दल में एनआइसी, कोषागार व विकास भवन के कर्मचारी-अधिकारी थे।