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फल्गु को कराएंगे शाप मुक्त

मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को अंत:सलिला फल्गु नदी को मां सीता के शाप से मुक्त कराने का संकल्प लिया। साथ ही यह घोषणा की कि तीर्थयात्रियों के आवासन के लिए एक धर्मशाला बनाया जाएगा। वे पखवारे भर संचालित सनातन धर्मावलंबियों के विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आजादी के

By Edited By: Published: Tue, 09 Sep 2014 12:16 PM (IST)Updated: Tue, 09 Sep 2014 12:32 PM (IST)

गया। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को अंत:सलिला फल्गु नदी को मां सीता के शाप से मुक्त कराने का संकल्प लिया। साथ ही यह घोषणा की कि तीर्थयात्रियों के आवासन के लिए एक धर्मशाला बनाया जाएगा। वे पखवारे भर संचालित सनातन धर्मावलंबियों के विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

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उन्होंने कहा कि आजादी के 67 साल बीत गए। हम 68वें वर्ष में हैं। उन्हें भगवान विष्णु ने ही कहा कि- जीतन बेटा तुम्हीं पितृपक्ष मेले को राजकीय मेला की घोषणा कर दो। इसलिए हमने गया के पितृपक्ष मेला और हरिहर क्षेत्र मेला को राजकीय मेला घोषित कर दिया। सीमए ने कहा कि बीथो पर बीयरबांध बनाकर मां सीता के शाप से फल्गु को मुक्त कराएंगे। साथ ही तीर्थयात्रियों के आवासन के लिए एक धर्मशाला बनाया जाएगा। यह खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने माता-पिता को पिंडदान-जल तर्पण नहीं किया उनकी जीवन भर की सेवा भी बेकार हो जाएगी। लोगों को सचेत करते हुए कहा कि बहुत बहरूपिए आएंगे। सांप्रदायिक दुर्भावना फैलाने की साजिश रचेंगे, लेकिन हमें होशियार रहना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लोकसभा चुनाव के समय 'अच्छे दिन आने वाले' के वादे पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनके वादे के अनुसार बिहार व गया के लिए अच्छे दिन आए या नहीं, लेकिन 'हमारी सरकार' ने गया के लिए अच्छे दिन ला दिये हैं। उन्होंने भाजपा सांसद हरि मांझी से आग्रह किया कि वे गया के विकास के लिए केन्द्र की मोदी सरकार से विशेष पैकेज दिलवाएं।

समारोह को मंत्री नरेन्द्र नारायण यादव, श्याम रजक व विनोद यादव के अलावा सांसद हरि मांझी, विधायक सह पूर्व मंत्री डा. प्रेम कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त आरके खंडेलवाल व अन्य ने संबोधित किया। जिलाधिकारी संजय अग्रवाल ने समारोह की अध्यक्षता की। इस बीच स्वामी राघवाचार्य ने मंत्रोच्चारण के बाद मेले के धार्मिक पक्ष को समारोह में उपस्थित नागरिकों व श्रद्धालुओं के बीच रखा। मौके पर मुख्यमंत्री सहित मंचासीन राजनेताओं ने वरिष्ठ साहित्यकार गोवर्धन प्रसाद 'सदय' के संपादन में प्रकाशित स्मारिका 'तर्पण' का लोकार्पण किया।


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