श्राद्ध में इन 4 पशु-पक्षियों को खिलाएं, तृप्त होंगे पितर
श्राद्ध के भोजन में एक अंश देवताओं और 4 पशु-पक्षियों के निकाले जाते हैं। मान्यता है कि पितर पशु पक्षियों के माध्यम से भोजन ग्रहण कर तृप्त होते हैं। 4 पशु-पक्षियों को खिलाएं...
गाय:
श्राद्ध में निकाले जाने वाले पांच अंशों में एक अंश गाय का होता है। इसलिए गाय का अंश निकालने के साथ ही इसे चारा खिलाने और सेवा करने से भी पितर तृप्त होते हैं। गाय पृथ्वी तत्व का प्रतीक मानी जाती है।
कुत्ता:
पांच अंशों में एक अंश कुत्ते का भी होता है। कुत्ता जल तत्त्व का प्रतीक माना जाता है। इसलिए पूजा के बाद एक पत्ते पर श्राद्ध के दिन बने व्यंजन निकालकर रखे दिए जाते हैं। मान्यता है कि इससे पितर खुश होते हैं।
कौआ:
श्राद्ध के दिन एक तीसरा अंश कौए का भी निकाला जाता है। कौए का अंश भी पांच अंशों में शामिल है क्योंकि कौवा वायु तत्व का प्रतीक माना जाता है। कौए का अंश छत पर किसी कोने में जमीन पर रखा जाता है।
चीटी:
श्राद्ध के दिन एक चौथा अंश चीटियों का होता है। इस दिन चीटियों को भोजना कराना जरूरी होता हैं। चींटी अग्नि तत्व का प्रतीक मानी जाती है। इस माध्यम से पितर भोजन से तृप्त होते हैं और आशीर्वाद देते हैं।