ब्राहमण नहीं होने के कारण, बीमार पुत्र- पिता को मंदिर के पुजारी ने बाहर निकाला
उपमंडल चंदैश के एक मंदिर में अपने बेटे को लेकर पहुंचे बलदेव चंद को मंदिर के कारिंदों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। बेटे के स्वास्थ्य लाभ की कामना करने गए बलदेव अपमानित होकर वहां से वापस अपने घर आ गया। बुधवार को बलदेव ने उपमंडल अधिकारी सुरेश जसवाल को
सरकाघाट। उपमंडल चंदैश के एक मंदिर में अपने बेटे को लेकर पहुंचे बलदेव चंद को मंदिर के कारिंदों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। बेटे के स्वास्थ्य लाभ की कामना करने गए बलदेव अपमानित होकर वहां से वापस अपने घर आ गया। बुधवार को बलदेव ने उपमंडल अधिकारी सुरेश जसवाल को इस संबंध में शिकायतपत्र सौंप कर उनके साथ इस तरह का व्यवहार करने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई अमल में लाने की मांग की है।बलदेव चंद के अनुसार उसका बेटा बीमार रहता है। देवता के प्रति आस्था के कारण वह अपने बेटे व भाई के साथ सुबह आरती के दौरान मंदिर में पहुंच गया।
मंदिर के पुजारी ने उससे पूछा कि क्या तुम ब्राrाण हो। मना करने पर पुजारी आग बबूला हो गया और उन्हें अपमानित कर मंदिर से बाहर निकाल दिया। बलदेव चंद ने बताया कि उपमंडल अधिकारी सरकाघाट को शिकायतपत्र सौंपा गया है।
उधर, समाजसेवी पवन प्रेमी ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा कर समाज में जातिवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।