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Dhanteras 2021 Katha: जानिए, स्वास्थ्य और संपत्ति के पर्व धनतेरस को मनाने की पौराणिक कथा

Dhanteras 2021 Katha दीपावली के महापर्व की शुरूआत धनतेरस के त्योहार से ही होती है। इस साल धनतेरस का त्योहार आज 02 नवंबर दिन मंगलवार को पड़ रहा है। लेकिन क्या आपको पता है कि धनतेरस का पर्व क्यों मनाया जाता है और क्या है इस दिन का महात्म....

By Jeetesh KumarEdited By: Published: Sat, 30 Oct 2021 01:45 PM (IST)Updated: Tue, 02 Nov 2021 09:43 AM (IST)
Dhanteras 2021 Katha: जानिए, स्वास्थ्य और संपत्ति के पर्व धनतेरस को मनाने की पौराणिक कथा
Dhanteras 2021: जानिए, स्वास्थ्य और संपत्ति के पर्व धनतेरस को मनाने की पौराणिक कथा

Dhanteras 2021 Katha: कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। धनतेरस को ही धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन धन के देवता कुबेर, औषधि के देवता धनवंतरी और मां लक्ष्मी के पूजन का विधान है। इस दिन खरीदारी करने को बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन सोना, चांदी या बर्तन आदि खरीदने से घर में सुख और सौभाग्य का आगमन होता है। दीपावली के महापर्व की शुरूआत धनतेरस के त्योहार से ही होती है। इस साल धनतेरस का त्योहार  आज 02 नवंबर, दिन मंगलवार को है। लेकिन क्या आपको पता है कि धनतेरस का पर्व क्यों मनाया जाता है और क्या है इस दिन का महात्म....

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धनतेरस की पौराणिक कथा

धनतेरस के दिन धनकुबेर और धनवंतरी देव की पूजा होती है, इसलिये इस त्योहार को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। धनतेरस मनाने की कई पौराणिक कथाएं प्रसिद्ध हैं। उनमें से एक है समुद्र मंथन की कथा। समुद्र मंथन की पौराणिक कथा के अनुसार इस दिन ही भगवान धनवंतरी अमृत कलश ले कर समुद्र से प्रकट हुए थे। इसलिए उनके अवतरण दिवस के रूप में धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है और उनका पूजन होता है। भगवान धनवंतरी को औषधि और चिकित्सा का देवता माना जाता है। वो स्वयं भगवान विष्णु का अंशावतार है और संपूर्ण संसार को आरोग्य प्रदान करते हैं।

इसके साथ ही धनतेरस मनाने के पीछे भगवान विष्णु के वामन अवतार की कथा का भी उल्लेख आता है। भागवत पुराण के अनुसार धनतेरस के दिन ही वामन अवतार ने असुराज बलि से दान में तीनों लोक मांग कर देवताओं को उनकी खोई हुई संपत्ति और स्वर्ग प्रदान किया था। इसी उपलक्ष्य में देवताओं नें धनतेरस का पर्व मनाया था।

धनतेरस का महात्म

धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी के पूजन से स्वास्थय और आरोग्य की प्राप्ति होती है, तो वही धन कुबेर के पूजन से धन और संपत्ति की। धनतेरस का त्योहार घर में सुख-समृद्धी के आगमन का त्योहार है। इस दिन घर के मुख्य द्वार पर यमदीपक जलाने का भी विधान है। मान्यता है कि ऐसा करने से यमराज अकाल मृत्यु से अभय प्रदान करते हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

 


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