चारधाम यात्रा पर सीएम की दिल्ली में दस्तक
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश के चारधाम यात्रा मार्गो में केंद्रीय एजेंसियों की ओर से किए जा रहे निर्माण में हो रही देरी पर चिंता जताई है। मुख्यमंत्री इस संबंध में दिल्ली जाकर रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर और भूतल एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री
देहरादून। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश के चारधाम यात्रा मार्गो में केंद्रीय एजेंसियों की ओर से किए जा रहे निर्माण में हो रही देरी पर चिंता जताई है। मुख्यमंत्री इस संबंध में दिल्ली जाकर रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर और भूतल एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री हरीश रावत राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भी मिलने का प्रयास करेंगे। इसका मकसद राष्ट्रपति को चारधाम यात्रा के बारे में उन्हें अवगत कराना है।
मंगलवार को बीजापुर स्थित राज्य अतिथि गृह में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मौसम के कारण चारधाम यात्रा कार्य, विशेषकर सड़क निर्माण कार्य प्रभावित होने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि मौसम का निर्माण कार्यो पर असर पड़ा है लेकिन उम्मीद है कि यात्रा से पहले इन कार्यो को पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में चारधाम यात्रा मार्ग का एक बड़ा हिस्सा डीजीबीआर के अंतर्गत आता है। इसके लिए रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर इन्हें समय से दुरुस्त करने का अनुरोध किया गया है। दिल्ली प्रवास के दौरान इस मसले पर उनसे मुलाकात भी की जाएगी।
मुख्यमंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने डीजीबीआर और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय को यह प्रस्ताव भी दिया गया कि यदि सड़क निर्माण कार्यो में बजट जारी करने में कोई दिक्कत आ रही है तो राज्य उसमें भी मदद करने को तैयार है। यदि कोई हिस्सा ठीक करने में कोई कठिनाई है तो राज्य लोक निर्माण विभाग से भी इसे ठीक कराया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा में दूरसंचार की बेहतर सुविधा के लिए ब्राड बैंड कनेक्टिविटी बेहतर किए जाने का भी अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली प्रवास के दौरान वह राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भी मुलाकात करने के लिए समय लेने का प्रयास करेंगे, ताकि उन्हें चारधाम के विषय में अवगत कराया जा सके। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा केवल राज्य ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वाभिमान से भी जुड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उत्तराखंड वासियों की चिंता से अवगत हैं। यात्रा पर प्रदेश की आर्थिकी व अर्थव्यवस्था का दारोमदार रहा है। हम यात्रियों के बड़े हिस्से को उत्तराखंड में लाना चाहते हैं।