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अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष अपने सभी अखाड़ा प्रमुखों के साथ पहुंचे

सिंहस्थ महाकुंभ उज्जैन में बने बालाजीपुरम में शंकराचार्य समेत अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष अपने सभी अखाड़ा प्रमुखों के साथ पहुंचे। इस दौरान सभी ने सिंहस्थ संकल्प- 2016 को जारी किया।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 20 May 2016 12:00 PM (IST)Updated: Fri, 20 May 2016 12:13 PM (IST)
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष अपने सभी अखाड़ा प्रमुखों के साथ पहुंचे

बैतूल। सिंहस्थ महाकुंभ उज्जैन में बने बालाजीपुरम में शंकराचार्य समेत अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष अपने सभी अखाड़ा प्रमुखों के साथ पहुंचे। इस दौरान सभी ने सिंहस्थ संकल्प- 2016 को जारी किया। उज्जैन रूधसागर में करपात्री कल्याण आश्रम में स्थापित श्री रूकमणि बालाजी मंदिर बालाजीपुरम में ज्योतिष पीठ और शारदा पीठ के जगद्नुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्ध गिरीजी महाराज पहुंचे।

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उनके साथ सभी 13 अखाड़ों के प्रमुख, महामंडेलश्र्वर आचार्य अवधेशानंद महाराज के प्रतिनिधि समेत विभिन्ना साधू- संत भी उपस्थित थे। यहां सभी ने भगवान बालाजी के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। गौरतलब है कि यह सभी वर्ष 2001 में बैतूल में बालाजीपुरम धाम की प्राण प्रतिष्ठा के समय मौजूद थे। इन सभी ने महाकुंभ में भगवान बालाजी के आगमन को अभूतपूर्व हरिहर मिलन बताया और कहा कि हर कुंभ में अखाड़ा परिषद भगवान बालाजी को इसी तरह लेने आएगी ताकि कुंभ तीर्थ यात्रियों को बालाजी का आशीर्वाद प्राप्त हो सके। इस दौरान बालाजीपुरम संस्थापक सेम वर्मा भी मौजूद थे। धर्मसंघ की धर्मसभा में सिंहस्थ संकल्प जारी उज्जैन सिंहस्थ महाकुंभ में बालाजीपुरम परिसर में ही अखिल भारतीय धर्मसंघ के बैनर तले एक धर्मसभा का आयोजन बुधवार को किया गया था। इसकी अध्यक्षता जगदगुरू शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने करते हुए सिंहस्थ संकल्प 2016 के रूप में सात संकल्प जारी किए। इसमें संतों का सम्मान, सनातन धर्मावलंबियों की एकजुटता, सनातनी अर्थतंत्र, धार्मिक न्यायालय, धर्म संसद सरीखे मुद्दे शामिल थे। सभी पीठों के शंकराचायोर्ं ने इस सिंहस्थ संकल्प का समर्थन करते हुए इसे पूरे विश्र्व में प्रचलित करने का आव्हान किया।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंध गिरी महाराज ने कहा कि हम सभी इन सात संकल्प को आत्मसात करने का संकल्प करें तभी सनातन धर्म की सुरक्षा और उन्नाति संभव है। बालाजीपुरम संस्थापक सेम वर्मा ने कहा कि वे खुद और बालाजीपुरम परिवार धर्मसंघ के माध्यम से सभी परमपूज्य शंकराचार्य व्दारा दिए गए शास्त्र सम्मत आदेशों का पालन करेगा। धर्मसंघ की अध्यक्षता डा कल्याणी चैतन्य अम्मा जी ने कहा कि जल्द ही गांव-गांव और सभी प्रदेशों और विदेश में धर्मसंघ की शाखाओं की स्थापना होगी। धर्मसभा का संचालन स्वामी प्रेम परमानंदजी ने किया और आभार बालाजीपुरम के मुख्य पुजारी असीम पंडा स्वामी ने व्यक्त किया।


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