Chaitra Navratri 2019: कैसा होगा कन्या पूजन का राशियों पर प्रभाव
नवरात्रि की पूजा में कन्या पूजन का अत्यंत महत्व होता है। कौमारी पूजा करने वालों की राशि पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
सर्वोत्तम विधि है कुमारी पूजन
क्षुद्रायामल उत्तराखंड के छठे पटल के अनुसार नवरात्रि में कुमारी पूजन को विशेष महत्व दिया गया है। इस बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक पांडे ने बताया कि नवरात्रि में जितना दुर्गा पूजन का महत्व है उतना ही कन्या पूजन का भी है। देवी पुराण के अनुसार इंद्र ने जब ब्रहमा जी से भगवती को प्रसन्न करने की विधि पूछी तो उन्होंने सर्वोत्तम विधि के रूप में कुमारी पूजन ही बताया। चैत्र नवरात्रि में कन्याओं को अन्न, जल, और वस्त्र आदि अर्पण करके पूजा करना व भोजन कराना अति शुभ फलदाई होता है।
कन्या पूजन करें राशि अनुसार
चैत्र नवरात्रि 2019 में कन्या पूजन करने से हर राशि को अलग लाभ प्राप्त होता है। जैसे मेष राशि वालों को अपनों का सहयोग प्राप्त होगा। वृष राशि वालों के परिवार में शुभ कार्य हो सकता है। मिथुन राशि वालों के लिए धन का आगमन होगा। कर्क राशि वालों के बिगड़े काम बनेंगे। सिंह राशि वालों के लिए शुभ यात्राओं के योग बनेंगे। कन्या राशि वालों को संतान सुख प्राप्त हो सकता है। तुला राशि वालों के परिवार में लंबे समय से चली आ रही बीमारी की समस्या समाप्त होगी। वृश्चिक राशि वालों को विधि पूर्वक कन्या पूजन करने से शनि की पीड़ा से छुटकारा मिलेगा। धनु राशि वालों को मानसिक शांति मिलेगी। मकर राशि वालों को नौकरी में तरक्की मिलने की संभावना है। कुंभ राशि वालों को मानसिक शांति मिलेगी। वहीं मीन राशि वालों के परिवार में शुभ कार्य होने की संभावना बन रही है।
आयु का भी है महत्व
हांलाकि कई लोग नवरात्रि के प्रत्येक दिन कन्या पूजा करके उनको भोजन कराते हैं, परंतु मुख्य रूप से कन्या पूजन और भोज की परंपरा सप्तमी और अष्टमी को मानी जाती है। कन्या पूजन को कौमारी पूजा भी कहा जाता है। माना जाता है कि कन्याओं का पूजन करने से सुख समृध्दि प्राप्त होती है। शास्त्रों के अनुसार दो वर्ष से लेकर दस वर्ष की आयु तक की कन्या की नवरात्रि में पूजा करना और उन्हें भोजन कराना सर्वोत्तम माना जाता है।