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Bad Habits: दुर्भाग्य को न्यौता देती हैं ये आदतें, बनी रहती है पैसों की तंगी

कई बार व्यक्ति की बुरी आदतें उसे बड़ी समस्या में डाल देती हैं। ठीक इसी तरह धार्मिक दृष्टि से भी कुछ आदतों को खराब माना गया है जो आगे चलकर व्यक्ति के दुर्भाग्य का कारण बन सकती हैं। आइए जानते हैं वह कौन-सी आदतें हैं जिन्हें व्यक्ति को तुरंत ही छोड़ देना चाहिए वरना आपके लिए दिक्कत बढ़ सकती हैं।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Thu, 20 Jun 2024 05:15 PM (IST)
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Bad Habits: दुर्भाग्य को न्यौता देती हैं ये आदतें (Picture Credit: canva)

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर व्यक्ति के अच्छा या बुरी आदतें पाई जाती हैं। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुछ आदतों को बहुत ही बुरा माना गया है। ऐसे में अगर जल्दी इस आदत को न छोड़ा जाए, तो इससे जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में इन आदतों को छोड़ने में ही भलाई है।

नाराज हो सकती हैं मां लक्ष्मी

कई लोगों की आदत होती हैं कि वह खाना खाने के बाद जूठे बर्तन रसोई में ही छोड़ देते हैं। लेकिन इस आदत के कारण मां लक्ष्मी आपसे नाराज हो सकती है। साथ ही ज्योतिष और वास्तु की दृष्टि से भी इस आदत को सही नहीं माना गया। इससे व्यक्ति को वास्तु दोष का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए जितना जल्दी हो सके इस आदत को सुधार लेना चाहिए।

जल्द छोड़ें ये आदत

कई लोगों को देर तक जागने और फिर सुबह देर से उठने की आदत होती है। वहीं, हिंदू शास्त्रों में सुबह जागने के लिए ब्रह्म मुहूर्त को सबसे उत्तम समय बताया गया है। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, देर तक सोने वाले व्यक्ति को चंद्र दोष का सामना करना पड़ सकता है, जिस कारण मानसिक तनाव की स्थिति भी उत्पन्न होती है। ऐसे में अपनी सेहत और मानसिक स्थिति को ठीक रखने के लिए व्यक्ति को इस आदत को तुरंत ही छोड़ देना चाहिए।

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बढ़ सकती हैं मुश्किलें

हिंदू धर्म में माना गया है कि देवी लक्ष्मी वहीं निवास करती हैं, जहां स्वच्छता का ध्यान रखा जाए। ऐसे में यदि आपका घर या बाथरूम हमेशा गंदा रहता है, तो अपनी इस आदत को तुरंत बदल दें। अन्यथा आपको राहु-केतु से संबंधित दोष झेलना पड़ सकता है।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।