श्री गुरुग्रंथ साहिब का मना प्रकाश उत्सव
श्री गुरुग्रंथ साहिब का प्रकाश उत्सव सोमवार को धूम से मनाया गया। गुरुद्वारा नीचीबाग व गुरुद्वारा गुरुबाग में हुए कीर्तन से संगत निहाल हुई।
वाराणसी। श्री गुरुग्रंथ साहिब का प्रकाश उत्सव सोमवार को धूम से मनाया गया। गुरुद्वारा नीचीबाग व गुरुद्वारा गुरुबाग में हुए कीर्तन से संगत निहाल हुई। श्री गुरुग्रंथ साहिब की रचना 1604 ईसवी में पांचवें गुरु श्री अरजन देव जी द्वारा की गई थी। पवित्र ग्रंथ का प्रथम प्रकाश उत्सव 30 अगस्त 1604 को अमृतसर के पवित्र गुरुद्वारा (स्वर्ण मंदिर) में हुआ था। गुरुद्वारा में गुरुग्रंथ की पालकी की फूलमाला व बिजली झालरों से आकर्षक सजावट की गई थी। अखंड कीर्तन समागम में पंजाब सहित देश के अनेक शहर व गांव से संगत आई थी। कीर्तन के पश्चात अरदास हुई। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से गुरुग्रंथ साहिब जी की महत्ता पर प्रकाश डाला गया।
दूसरी ओर पंजाबी राजपूत सभा ने प्राचीन गुरुद्वारा भीम नगर (जेल रोड) गुरुग्रंथ साहिब का प्रकाश उत्सव धूम से मनाया। इस अवसर पर 148 वां चिकित्सा शिविर लगाया गया। 75 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण करके दवा मुफ्त में दी गई।
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