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संतमत सत्संग में श्रद्धा का सैलाब उमड़ा

शहर में पहली बार तीन दिवसीय अखिल भारतीय संतमत सत्संग का 102वां महाधिवेशन शनिवार सुबह भजन-कीर्तन के साथ परेड ग्राउंड में आरंभ हुआ। संतमत के प्रधान आचार्य स्वामी चतुरानंद जी महाराज के सानिध्य में विधायक अशोक खजूरिया, महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वर दास जी महाराज सहित अन्य संतों ने दीप प्र”वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की।

By Edited By: Published: Sun, 07 Apr 2013 11:37 AM (IST)Updated: Sun, 07 Apr 2013 11:37 AM (IST)

जम्मू, जागरण संवाददाता। शहर में पहली बार तीन दिवसीय अखिल भारतीय संतमत सत्संग का 102वां महाधिवेशन शनिवार सुबह भजन-कीर्तन के साथ परेड ग्राउंड में आरंभ हुआ। संतमत के प्रधान आचार्य स्वामी चतुरानंद जी महाराज के सानिध्य में विधायक अशोक खजूरिया, महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वर दास जी महाराज सहित अन्य संतों ने दीप प्र”वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। देशभर से आए संत-महात्माओं के विचार और वैदिक ग्रंथों का ज्ञान प्राप्त करने के लिए जम्मू के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली से हजारों श्रद्धालुओं से पंडाल खचाखच भरा हुआ था।

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सुबह के सत्र में स्वामी अनिल आनंद, स्वामी शंभू चेतन, स्वामी राम बालक बाबा, स्वामी वेदा नंद बाबा ने ईश्वर के स्वरूप का निरूपन पर भक्तों को उपदेश दिए। विधायक अशोक खजूरिया ने कहा कि हमारी संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम की है। जम्मू की धरती संत-महात्माओं, पीर पैगंबरों की है। निश्चय ही साधु-संतों का संदेश हमारा मार्ग दर्शन करेगा। जम्मू वालों का सौभाग्य है कि संतमत सत्संग जम्मू में हो रहा है। दोपहर के सत्र में पूर्व सांसद डॉ. राम जी सिंह ने शिक्षा और भारत की राजनीति पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि भारत की राजनीति को समाज नीति दूषित कर रही है। क्योंकि सत्संग को छोड़ दिया गया है। वहीं शांत मनु जी और स्वामी प्रेमानंद जी ने संत के ज्ञान को जीवन में उतारने की प्रेरणा दी। इस ज्ञान को वही जीवन में उतार सकते हैं जो इसका स्वेच्छा से अनुसरण करते हैं। सबका ईश्वर एक है स्मारिका का विमोचन भी किया। इसके अलावा श्याम लाल जी, स्वामी सहदेव बाबा, स्वामी राम लाल ब्रह्मचारी ने नैतिक मूल्य और आध्यात्मिक शिक्षा के प्रति युवाओं को जागरूक करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति का ज्ञान होना जरूरी है। स्वामी योगानंद, स्वामी वेदानंद और प्रधान आचार्य चतुरानंद स्वामी ने भी संतमत सत्संग की महत्ता के बारे में संगत को बताया। शहर के होटल, सराय फुल

शहर में शुरू हुए तीन दिवसीय संतमत सत्संग महाधिवेशन में देशभर से आए हजारों श्रद्धालुओं के कारण शहर के सभी सराय और होटल खचाखच भर गए हैं। अखिल भारतीय संतमत-सत्संग प्रचार समिति के सदस्य अनिल स्वामी ने बताया कि अधिवेशन में हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि राज्यों से हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। अभी तक करीब पंद्रह हजार श्रद्धालु आ चुके हैं जिनके ठहरने की व्यवस्था अग्रवाल सभा, यात्री निवास, गुरु नाभा दास आश्रम, गीता भवन, ब्रांाण सभा, क्षत्रिय राजपूत सभा आदि में की गई है। इसके अलावा कई श्रद्धालु शहर के होटलों में भी ठहरे हुए हैं। श्रद्धालुओं के खाने की व्यवस्था परेड ग्राउंड में की गई है। सत्संग स्थल के पास ही विशाल लंगर भी लगाया गया है। चिकित्सा शिविर लगाया

श्रद्धालुओं ने समिति की ओर से परेड ग्राउंड में लगाए गए नि:शुल्क आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का भी पूरा लाभ उठाया। शिविर के दौरान डॉक्टरों ने श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की जांच की और उन्हें नि:शुल्क दवाइयां भी दीं। सभी श्रद्धालुओं ने अपने स्वास्थ्य की भी जांच करवाई।

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