Move to Jagran APP

कलयुग में भी मौजूद हैं हनुमान साल के पहले मंगल पर करें उनकी करें पूजा

ऐसी मान्‍यता है की श्रीराम की आज्ञा से हनुमान जी मानव जाति की रक्षा के लिए आज भी मौजूद हैं, तो नये साल के पहले मंगलवार पर श्रद्धापूर्वक उनकी पूजा करें।

By Molly SethEdited By: Published: Mon, 01 Jan 2018 03:45 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jan 2018 08:00 AM (IST)
कलयुग में भी मौजूद हैं हनुमान साल के पहले मंगल पर करें उनकी करें पूजा
कलयुग में भी मौजूद हैं हनुमान साल के पहले मंगल पर करें उनकी करें पूजा

कलयुग में साक्षात

loksabha election banner

मान्‍यता है कि हनुमानजी ऐसे देव हैं, जो कलियुग में भी साक्षात् हैं। बाल ब्रह्मचारी और प्रभु श्रीराम के परम भक्त हैं। इन्‍हें पवनपुत्र भी कहते हैं। नये साल 2018 के प्रथम मंगलवार को उनकी आराधना करके पूरे साल को मंगलमय बनाने का आर्शिवाद पाया जा सकता है। आइये जानें उनके बारे में ऐसी कुछ बातें जो वर्तमान समय में किसी रहस्य से कम नहीं। इन बातों की उल्लेख हिदू धार्मिक ग्रंथो और रामायण के तमाम संस्करणों में उल्लेख मिलता है। 

हनुमान जी से जुड़े कुछ तथ्‍य

हनुमानजी भगवान शिव के अवतार हैं। वह शक्ति, भक्ति, और दृढ़ता का प्रतीक माने जाते हैं। हनुमानजी की माता अंजनी पूर्वजन्म में अप्सरा थीं और एक शाप के कारण पृथ्वी पर जन्मीं थीं। हनुमानजी बचपन से ही भगवान श्रीराम को अपना आराध्य देव मानते थे। और जब वह श्रीराम से वह मिले तो प्रसन्नता के आंसुओं को रोक नहीं पाए। जब श्रीराम के अनुज लक्ष्मण जी मूर्छित हो गए तब हनुमानजी अपने एक हाथ पर ही पूरा एक पर्वत ले आए थे। वह इसीलिए क्योंकि उस पर्वत पर संजीवनी बूटी थी। जिससे से लक्ष्मण जी को मूर्छित अवस्था से दूर किया जा सके।

मंगल को करें हनुमान पूजा 

ऐसा कहा जाता है कि गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखित हनुमान चालीसा का पाठ यदि मंगलवार को किया जाए तो बजरंगबली की कृपा उस भक्त पर हमेशा बनी रहती है। जब श्रीराम की मृत्यु हुई तब हनुमानजी ने मृत्यु के देवता यम रोक दिया था। बाद में स्थितियां बदलीं और श्रीराम विष्णुलोक गए। हनुमानजी ने श्रीराम को अंतिम समय में यह वचन दिया था। कि वह पृथ्वी पर अदृश्य रूप में रहकर राम नाम का स्मरण करते हुए महाप्रलय तक मौजूद रहेंगे। इसीलिए माना जाता है हनुमानजी आज भी हमारे बीच में हैं। और उन्हें सच्चे मन से याद किया जाए तो वह भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.