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Weekly Vrat Tyohar (13 To 19 March): शीतला अष्टमी से लेकर पापमोचनी एकादशी तक, जानिए इस सप्ताह के व्रत-त्योहार

Weekly Vrat Tyohar (13 To 19 March 2023) मार्च माह के तीसरे सप्ताह हिंदू पंचांग के अनुसार काफी खास है। क्योंकि इस सप्ताह शीतला अष्टमी पापमोचनी एकादशी जैसे व्रत पड़ रहे हैं। जानिए हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस सप्ताह के व्रत त्योहार

By Shivani SinghEdited By: Shivani SinghMon, 13 Mar 2023 12:23 PM (IST)
Weekly Vrat Tyohar (13 To 19 March): शीतला अष्टमी से लेकर पापमोचनी एकादशी तक, जानिए इस सप्ताह के व्रत-त्योहार
Weekly Vrat Tyohar (13 To 19 March): शीतला अष्टमी से लेकर पापमोचनी एकादशी तक, जानिए इस सप्ताह के व्रत-त्योहार

नई दिल्ली, Weekly Vrat Tyohar (13 To 19 March 2023): मार्च माह के तीसरे सप्ताह की शुरुआत हो चुकी है। हिंदू पंचांग के अनुसार ये सप्ताह काफी खास है। क्योंकि इस सप्ताह शीतला अष्टमी, कालाष्टमी से लेकर पापमोचिनी एकादशी पड़ रही है। पंचांग के अनुसार. चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि के साथ इस सप्ताह का शुभारंभ हो रहा है। इसके साथ ही चैत्र माह के कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि के साथ समाप्त हो रहा है। जानिए हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस सप्ताह पड़ने वाले व्रत त्योहार।

साप्ताहिक व्रत त्योहार (13 से 19 मार्च 2023) (Weekly Vrat Tyohar 13 To 19 March 2023)

14 मार्च 2023, मंगलवार- शीतला सप्तमी

पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि तो

शीतला सप्तमी होता है। इस दिन शीतला अष्टमी के दिन मां शीतला को लगाए जाने वाले भोग को बनाया जाता है।

15 मार्च 2023, बुधवार- शीतला अष्टमी, मीन संक्रांति, कालाष्टमी

शीतला अष्टमी

पंचांग के अनुसार, हर साल चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को शीतला अष्टमी मनाई जाती है। इस व्रत को बसौड़ा अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, होली के आठवें दिन शीतला अष्टमी का व्रत रखा जाताहै। इस दिन मां शीतला की विधिवत पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है। इस दिन मां शीतला को बासी भोग लगाने का विधान है। माना जाता है कि इस दिन मां शीतला की पूजा करने और व्रत रखने से हर तरह के कष्टों के साथ रोगों से निजात मिल जाती है।

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मीन संक्रांति

शास्त्रों के अनुसार, जब सूर्य साल में 12 बार राशि परिवर्तन करते हैं। सूर्य के राशि परिवर्तन करने को संक्रांति के नाम से जानते हैं। इसी तरह बुधवार को सूर्य मीन राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इसलिए इसे मीन संक्रांति के नाम से जानते हैं। मीन संक्रांति के साथ भगवान सूर्य की पूजा करने के साथ-साथ मंत्रों का जाप करना लाभकारी होगा।

मासिक कालाष्टमी

हर चैत्र मास मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन काला भैरव की पूजा करने का विधान है।

18 मार्च 2023, शनिवार- पापमोचनी एकादशी

हर मास के कृष्ण और शुक्ल पक्ष में एकादशी व्रत रखा जाता है। ऐसे ही चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पापमोचनी एकादशी के नाम से जानते हैं। भगवान विष्णु को समर्पित इस व्रत को रखने से व्यक्ति को हर तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है। पंचांग के अनुसार, एकादशी तिथि 17 मार्च को दोपहर 2 बजकर 06 मिनट से प्रारंभ होगी, 18 मार्च को सुबह 11 बजकर 13 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि होने के कारण 18 मार्च को ही पापमोचनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।