Puja Path Tips: इन देवताओं को अर्पित करें गेंदे का फूल, दूर होंगी सभी परेशानियां
Puja Path Tips हिन्दू धर्म में पूजा-पाठ के दौरान कई प्रकार के सामग्री का प्रयोग किया जाता है। इनमें से पुष्प यानि फूलों का विशेष महत्व है। ऐसा इसलिए क्योंकि शास्त्रों में बताया गया है कि फूलों से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं।
नई दिल्ली, वेब डेस्क | Puja Path Tips, Importance of Marigold Flower: हिन्दू धर्म में नित पूजा को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। साथ ही इससे जुड़े नियमों का भी विशेष ध्यान रखा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि भगवान की आराधना से जीवन में सदैव खुशहाली आती है और सभी दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं। इसी प्रकार शास्त्रों में पूजा के दौरान फूलों के इस्तेमाल को भी बहुत ही अच्छा बताया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि फूलों के बिना किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य पूर्ण नहीं होते हैं। साथ ही इन्हें शुभता का प्रतीक माना जाता है। लेकिन इन सबमें भी गेंदे के फूल को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। आइए जानते हैं गेंदे के फूल का महत्व।
गेंदे के फूल का महत्व
अधिकांश हिन्दू व्रत और त्योहारों में सबसे अधिक गेंदे के फुल का प्रयोग किया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसका सम्बंध बृहस्पति ग्रह से है, जिन्हें ज्ञान और बुद्धि का कारक माना जाता है। इसलिए गेंदे फूल को भी हिन्दू धर्म में ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। गेंदे के फूल का रंग हल्का पीला और केसरिया होता है। जिसे त्याग और तेज का भी रंग माना जाता है। साथ ही इसमें बहुत बीज होते हैं जिस वजह से इसे एकता का प्रतीक भी माना जाता है।
इन देवताओं को अर्पित करें गेंदे का फूल (Puja Path Tips for Genda Phool)
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भगवान विष्णु को गेंदे का फूल सर्वाधिक प्रिय है। इसलिए उनकी पूजा में गेंदे के फूल का उपयोग अनिवार्य माना जाता है। मान्यता है कि हर दिन गेंदे की माला भगवान विष्णु को अर्पित करने से परिवार और जीवन में शांति बनी रहती है। साथ ही सन्तान से सम्बन्धित सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
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पूजा में प्रथम देवता भगवान श्री गणेश को भी गेंदे का फूल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से सभी विघ्न दूर हो जाते हैं और परिवार में धन, बल व बुद्धि का आगमन होता है।
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अन्य देवी-देवता जिन्हें पीला रंग सर्वाधिक प्रिय है उन्हें भी गेंदे का फूल अर्पित करने का विधान है। यही कारण है कि पूजा-पाठ में गेंदे के फूल इस्तेमाल अधिक किया जाता है।
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