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Chaitra Navratri 2023 Day 9: पाना चाहते हैं मां सिद्धिदात्री की कृपा, तो महानवमी के दिन इन बातों का रखें ध्यान

Chaitra Navratri 2023 Day 9 नवरात्रि में महानवमी तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा-उपासना की जाती है। महानवमी के दिन कन्या पूजन का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि महानवमी के दिन कन्या पूजन के बाद व्रत सफल होता है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarPublished: Thu, 30 Mar 2023 09:10 AM (IST)Updated: Thu, 30 Mar 2023 09:10 AM (IST)
Chaitra Navratri 2023 Day 9: पाना चाहते हैं मां सिद्धिदात्री की कृपा, तो महानवमी को इन बातों का रखें ध्यान

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Chaitra Navratri 2023 Day 9: आज रामनवमी और चैत्र नवरात्रि की महानवमी है। इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा-उपासना भक्ति भाव से की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि मां सिद्धिदात्री की भक्ति करने वाले साधकों की सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं। साथ ही दुःख और संकट दूर हो जाते हैं। हालांकि, मां सिद्धिदात्री की पूजा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है। अगर आप भी मां सिद्धिदात्री की कृपा पाना चाहते हैं, तो महानवमी के दिन इन बातों का जरूर ध्यान रखें। आइए जानते हैं-

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-चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन यानी महानवमी को लौकी का सेवन न करें। वहीं, मां सिद्धिदात्री को हलवा अति प्रिय है। अतः प्रसाद में मां को हलवा पूरी भेंट करें। इससे मां सिद्धिदात्री प्रसन्न होती हैं।

-महानवमी के दिन काले रंग के वस्त्र न धारण करें। आसान शब्दों में कहें तो महानवमी को काले रंग के कपड़े न पहनें। वहीं, बैंगनी रंग के कपड़े पहनना बेहद शुभ माना जाता है। ये रंग मां को भी अति प्रिय है। इस रंग के कपड़े पहनकर मां की पूजा करें।

-सनातन धार्मिक शास्त्रों में नवरात्रि के अंतिम दिन पूजा के साथ-साथ हवन करने का विधान है। इसके बिना पूजा सफल नहीं होती है। हवन करते समय एक चीज का ध्यान रखें कि हवन सामग्री अग्नि कुंड के बाहर न गिरें।

-नवरात्रि में महानवमी तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा-उपासना की जाती है। महानवमी के दिन कन्या पूजन का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि महानवमी के दिन कन्या पूजन के बाद व्रत सफल होता है। ऐसा करने से मां सिद्धिदात्री की कृपा अवश्य मिलती है।

-महानवमी के दिन कोई भी नए कार्य की शुरुआत न करें। ज्योतिषियों की मानें तो नवमी का दिन खाली तिथि होती है। आसान शब्दों में कहें तो इस दिन नए कार्य करने पर सफलता नहीं मिलती है।

डिसक्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '


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