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Basant Panchami 2020: वसंत पंचमी के दिन करें ये विशेष काम, आज से शुरू होती है होली की तैयारी

Basant Panchami 2020 वसंत पंचमी का पर्व हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है क्योंकि आज के दिन आप किसी भी कार्य का शुभारंभ कर सकते हैं।

By Kartikey TiwariEdited By: Published: Thu, 30 Jan 2020 01:22 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jan 2020 01:22 PM (IST)
Basant Panchami 2020: वसंत पंचमी के दिन करें ये विशेष काम, आज से शुरू होती है होली की तैयारी
Basant Panchami 2020: वसंत पंचमी के दिन करें ये विशेष काम, आज से शुरू होती है होली की तैयारी

Basant Panchami 2020: आज देशभर में वसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। आज के दिन सरस्वती माता की पूजा की जाती है। वसंत पंचमी का पर्व हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है क्योंकि आज के दिन आप किसी भी कार्य का शुभारंभ कर सकते हैं। माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी यानी आज की​ तिथि विशेष फलदायी मानी जाती है। आज के दिन वाणी, ज्ञान, कला, संगीत और बुद्धि की देवी मां सरस्वती का जन्मोत्सव मनाया जाता है। आज से ही फाग उत्सव का प्रारंभ भी माना जाता है। आज के दिन से ही होली की तैयारियों की शुरूआत होती है। आइए जानते हैं कि वसंत पंचमी के दिन क्या-क्या विशेष काम होते हैं।

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वसंत पंचमी के दिन होने वाले विशेष काम

1. वसंत पंचमी का दिन विशेष तौर पर विद्या का प्रारंभ करने वाले बच्चों के लिए खास माना जाता है। मां सरस्वती के जन्मोत्सव के दिन बच्चों के लिए अक्षर ज्ञान का शुभारंभ कराया जाता है। इस दिन से बच्चों को अ, आ, इ, ई, 1, 2, 3, 4, A,B, C, D आदि सीखाने का प्रारंभ करना चाहिए।

2. वसंत पंचमी के दिन विद्या​र्थियों को मां सरस्वती की पूजा करनी चाहिए। उनके विशेष मंत्रों के उच्चारण से शिक्षा में प्रगति होती है। सद्बुद्धि और विवेक मिलता है।

3. वसंत पंचमी के दिन आम का बौर, गेंहु और जौ की बाली तथा मिट्टी घर लाना चाहिए। ऐसी मान्यता है ​कि ऐसा करने से वसंत का आगमन आपने परिवार में होता है।

4. वसंत पंचमी से ही फाग उत्सव का प्रारंभ होता है, इसलिए आज के दिन पूजा के समय अपने इष्ट देवता या देवी को गुलाल लगाएं।

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5. उत्तर भारत के कई हिस्सों में वसंत पंचमी के दिन से फाग सुनने की परंपरा है, जो फाल्गुन पूर्णिमा तक चलता है।

6. वसंत पंचमी के दिन से होली की तैयारियां प्रारंभ हो जाती हैं। होलिक दहन के लिए लकड़ियां एकत्र करना आज से ही शुरू होता है। इस दिन वृदांवन और मथरा क्षेत्र में होलिका दहन वााल स्थान पर खूंटा गाड़ने की परंपरा होती है।

7. वसंत पंचमी को पीले रंग के वस्त्र पहना शुभ होता है क्योंकि पीला रंग सादगी, निर्मलता, शुद्धता और सात्विक प्रवृत्ति का प्रतीक है। वहीं, पीला रंग देवताओं के गुरू बृहस्‍पति का भी परिचायक है। बृहस्‍पति ज्ञान के देवता और मां सरस्वती ज्ञान की देवी हैं, इसलिए पीला वस्त्र पहनना शुभ होता है।


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