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Annapurna Jayanti 2022: अन्नपूर्णा जयंती आज ,जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Annapurna Jayanti 2022 हर साल अगहन मास की पूर्णिमा तिथि के दिन अन्नपूर्णा जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस दिन धन वैभव और अन्न की देवी मां अन्नपूर्णा की विधिवित पूजा की जाती हैं। जानिए अन्नपूर्णा जयंती का शुभ मुहू्र्त पूजा विधि।

By Shivani SinghEdited By: Published: Thu, 01 Dec 2022 10:30 AM (IST)Updated: Thu, 08 Dec 2022 07:48 AM (IST)
Annapurna Jayanti 2022: अन्नपूर्णा जयंती आज ,जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Annapurna Jayanti 2022: अन्नपूर्णा जयंती कब? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

नई दिल्ली, Annapurna Jayanti 2022: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा तिथि के साथ अन्नपूर्णा जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस दिन मां पार्वती के स्वरूप मां अन्नपूर्णा की पूजा करने का विधान है।शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि इस दिन घर के किचन की साफ सफाई करने के साथ गैस-चूल्हे, स्टोव, अन्न कोष आदि की पूजा की जाती है। इससे मां अन्नपूर्णा प्रसन्न होती है और घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती है। मां अन्नपूर्णा हमेशा आपके घर में वास करती हैं। जानिए अन्नपूर्णा जयंती की तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।

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अन्नपूर्णा जयंती 2022 तिथि और शुभ मुहूर्त (Annapurna Jayanti 2022 Date And Shubh Muhurat)

अन्नपूर्णा जयंती तिथि- 8 दिसंबर 2022, गुरुवार

पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ - 7 दिसंबर 2022 को सुबह 08 बजकर 1 मिनट

पूर्णिमा तिथि समाप्त - 8 दिसंबर 2022 को सुबह 09 बजकर 37 मिनट

अभिजित मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 34 मिनट तक

साध्य योग - सुबह 02 बजकर 54 मिनट से 9 दिसंबर सुबह 03 बजकर 12 मिनट तक।

अन्नपूर्णा जयंती 2022 पूजा मुहूर्त (Annapurna Jayanti 2022 Puja Muhurat)

शुभ-उत्तम मुहूर्त- सुबह 07 बजे से लेकर सुबह 08 बजकर 22 मिनट तक

लाभ-उन्नति मुहूर्त- दोपहर 12 बजकर 30 मिनट से 01 बजकर 53 मिनट तक

अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 53 मिनट से दोपहर 03 बजकर 16 मिनट तक

अन्नपूर्णा जयंती 2022 पूजा विधि (Annapurna Jayanti 2022 Puja Vidhi)

मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन गैस-चूल्हा के साथ पूरे किचन को ठीक ढंग से साफ कर लें। इसके बाद गंगाजल से शुद्ध कर लें। फिर चूल्हा में स्वास्तिक बनाएं। फिर सिंदूर, अक्षत, लाल रंग का फूल और भोग लगाएं। फिर धूप या आरती कर दें।

पूजा घर में मां अन्नपूर्णा की तस्वीर या मूर्ति एक चौकी में लाल रंग का वस्त्र बिछाकर स्थापित कर दें। इसके बाद मां को लाल रंग के फूल, सिंदूर, रोली, अक्षत आदि चढ़ा दें। इसके बाद मूंग की दाल के अलावा अन्य चीजों का भोग लगाएं। अंत में जल चढ़ाने के साथ घी का दीपक और धूप जलाएं। फिर मां अन्नपूर्णा के मंत्र, स्त्रोत आदि का पाठ करके विधिवत आरती कर लें और भूल चूक के लिए माफी मांग लें।

अन्नपूर्णा जयंती 2022 का महत्व (Significance Of Annapurna Jayanti 2022 )

शास्त्रों के अनुसार, मां अन्नपूर्णा को सौभाग्य, अन्न और धन की देवी माना जाता है। इसलिए घर में सुख-समृद्धि बरकरार रखने के लिए मां अन्नपूर्णा की रोजाना पूजा करें। इसके साथ ही आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए पूजा घर में मां अन्नपूर्णा की तस्वीर रखकर नियमित रूप से पूजा करना शुभ साबित होगा। माना जाता है कि मां की पूजा करने से सुख-समृद्धि के साथ यश-सम्मान की प्राप्ति होती है।

डिसक्लेमर

इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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