अंगारकी चतुर्थी पर इस उपाय से मिलेगी कर्ज से मुक्ति, जानें गणेश पूजन का मुहुर्त व विधि
मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्थी पर अंगारकी चतुर्थी मनाई जाती है। इस दिन सर्वप्रथम पूज्यनीय भगवान गणेश जी के व्रत व पूजन से विशेष लाभ मिलते हैं। जानें पूजन का मुहुर्त व विधि...
गणेश जी जल्दी प्रसन्न होते
हिंदू धर्म में दो हर माह में दो चतुर्थी मनाई जाती हैं। जिनमें एक अमावस्या के बाद शुक्ल पक्ष में और दूसरी पूर्णिमा के बाद कृष्ण पक्ष में मनाई जाती है। ऐसे में इस बार 7 नवंबर को मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्थी पर मंगलवार का दिन पड़ने से अंगारकी चतुर्थी मनाई जाएगी। मान्यताओं के मुताबिक गणेश जी का जन्म चतुर्थी तिथि में हुआ था। इस दिन व्रत रखने व विधिविधान से पूजन से गणेश जी जल्दी खुश होते हैं। वहीं जो लोग पूरा व्रत करने में सक्षम नही हैं वे गणेन पूजा के बाद अन्न ग्रहण कर सकते हैं।
मंगलवार को अंगारकी चतुर्थी
हिंदू शास्त्रों के मुताबिक यह तिथि बड़ी ही प्रभावशाली है। मत्स्य पुराण, नारद पुराण व गणेश पुराण में इस दिन की खास महिमा का वर्णन किया गया है। गणेश पुराण के उपासना खण्ड अंगारकी चतुर्थी का विस्तार से व्याख्यान किया गया है। एक बार अंगारकी यानी कि मंगलदेव कठिन तप व व्रत कर रहे थे। ऐसे में गणेश जी उन पर प्रसन्न हुए और उन्हें वरदान दिया था कि मंगलवारीय चतुर्थी को अंगारकी चतुर्थी होगी। इसलिए मंगलवार के दिन की गणेश चतुर्थी अंगारकी चतुर्थी के रूप में मनाई जाती है।
शुभ मुहुर्त व पूजन विधि
ज्योतिषों के मुताबिक इस दिन शाम के समय पूजन का शुभ मुहुर्त 7 बजे से 8 बजे तक है। ऐसे में पूजन के शुरू में एक पाटे पर लाल कपड़ा बिछाकर गणेश जी प्रतिमा को स्थापित करें। पाटे के बगल में कलश स्थापित कर पूजा शुरू करें। गणेश जी को फूल, सिंदूर, फल, दुर्वा आदि अर्पित करें। इस दौरान गणेश जी को मोदक का भोग जरूर लगाएं। कथा पढ़ें व पूजन मंत्र: ॐ चन्द्रचूडामण्ये नमः का जाप करें। आखिरी में भगवान गणेश जी की आरती करने के बाद प्रसाद खुद खाएं और दूसरों को भी दें।
कर्ज मुक्ति का बड़ा उपाय
मान्यता है कि इस दिन पूजन में भगवान गणेश जी के ऊपर 4 बिल्व गिरि जरूर चढ़ाएं। इसके बाद इन बिल्व गिरि को तिजोरी आदि में रखने से विशेष लाभ होता है। इस प्रक्रिया को लोग कर्ज से मुक्ति के लिए एक बड़ा उपाय मानते हैं। अंगारकी चतुर्थी पर भगवान गणेश जी की विधिविधान से पूजा करने वाले के सभी कार्य निर्विघ्न पूरे हो जाते हैं। व्रत व पूजन करने वाले को जीवन में सभी सुखों की प्राप्त होती है। इतना ही नहीं भगवान गणेश साधक को रोग आदि से दूर करते हैं और कर्ज से भी मुक्ति दिलाते हैं।