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इस मंदिर में बहती है घी की नदी, करोड़ों रुपए होती है कीमत

रदायिनी देवी मंदिर बहुत प्रसिद्ध है.यहां घी की नदियां बहती है यानि भक्त अपनी श्रद्धा अनुसार यहां घी से मंदिर को धोते हैं, जिससे पूरे मंदिर परिसर में घी की नदी का अनुभव होता है.

By Pratima JaiswalEdited By: Published: Tue, 21 Nov 2017 07:01 PM (IST)Updated: Tue, 21 Nov 2017 07:01 PM (IST)
इस मंदिर में बहती है घी की नदी, करोड़ों रुपए होती है कीमत
इस मंदिर में बहती है घी की नदी, करोड़ों रुपए होती है कीमत

आपने कई खबरें ऐसी सुनी होगी जिसमें को अमीर भक्त किसी मंदिर में बहुत कीमती सामान, सोना-चांदी या करोड़ों रुपए दान में दे देता है, लेकिन एक मंदिर ऐसा है जहां पर भक्त और भगवान पर घी की नदियां बहती है. 

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ऐसे बहती है घी की नदियां 

गुजरात के गांधीनगर में रूपल नाम का एक गांव हैं. वहां वरदायिनी देवी मंदिर बहुत प्रसिद्ध है. कहा जाता है यहां घी की नदियां बहती है यानि भक्त अपनी श्रद्धा अनुसार यहां घी से मंदिर को धोते हैं, जिससे पूरे मंदिर परिसर में घी की नदी का अनुभव होता है. खासकर नवरात्रि की नवमी को यहां लकड़ी से बनी एक रथ को पूरे गांव में घुमाया जाता है. इस रथ पर बने सांचे में पांच स्थानों पर अखंड ज्योति जलाई जाती है. इस रथ को देखने के लिए इतनी भीड़ होती है कि गांव से मुख्य मंदिर तक पहुंचने में रथ को करीब 10 घंटे लग जाते हैं.

इस वजह से चढ़ाते हैं घी 

इस रथ पर माता के दर्शन करने वाले ग्रामीण अपने सामर्थ्य के अनुसार शुद्ध घी चढ़ाते हैं. रथ पर घी चढ़ाने का एक और कारण यह है कि इस रथ को जमीन से छूने न दिया जाए जिसे अशुद्ध माना जाता है.

2014 में भक्तों ने करीब 5.5 लाख किलो घी चढ़ावे के रूप में चढ़ाया. चढ़ाए गए घी की कीमत करीब 16 करोड़ रूपए आंकी गई थी.


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