भारत के इन 4 प्रसिद्ध मंदिरों में प्रवेश के लिए निर्धारित है विशेष पहनावा
भारत में जहां कुछ मंदिर चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध हैं वहीं कुछ अनोखी परंपराओं की वजह से। अब देश के इन 4 मंदिरों को ही ले लीजिए। जहां पर भक्तों के लिए विशेष पहनावा निर्धारित है...
काशी विश्वनाथ मंदिर:
उत्तर प्रदेश के काशी में स्थित भगवान शिव का काशी विश्वनाथ मंदिर इन मंदिरों में एक है। यह मंदिर भगवान शिव की आराधना का मुख्य स्थल माना जाता है। यहां पर विदेशी संख्या में भी पर्यटक आते हैं। यहां पुरुष मंदिर में चमड़े से बनी हुई वस्तुओं के साथ प्रवेश नहीं कर सकते हैं। वहीं महिलाओं को कपड़े पहनना अनिवार्य जिससे उनका पूरी शरीर ढका हो।
घृष्णेश्वर महादेव:
महाराष्ट्र का घृष्णेश्वर महादेव मंदिर भी प्रसिद्ध है। यह भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है। यहां पर भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने से पहले चमड़े से बनी सभी वस्तुएं जैसे बेल्ट, पर्स आदि को बाहर ही रखना पड़ता है। अगर वे इन चीजों को नहीं हटाते हैं तो उनका प्रवेश वर्जित होता है।
गुरुवायूर कृष्ण मंदिर:
केरल का गुरुवायूर भी इन मंदिरों में एक है। यह मंदिर भगवान कृष्ण के मुख्य मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में प्रवेश करने के लिए सभी पुरुषों को मुंडू (लुंगी) पहनना अनिवार्य है। वहीं महिलाओं के लिए साड़ी या सलवार सूट पहनना जरुरी है।
महाकाल मंदिर:
मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक शहर उज्जैन में महाकाल ज्योतिर्लिंग भी इनमें से एक है। हालांकि यहां पर मंदिर में प्रवेश को लेकर तो नहीं लेकिन अभिषेक और पूजा को लेकर विशेष नियम है। यहां भस्म-आरती में भाग लेने के पुरुषों को धोती-कुर्ता और महिलाओं कोरी नई साड़ी पहनना अनिवार्य होता है।