Martand Surya Mandir: कहां स्थित है सूर्य का मार्तंड मंदिर, जानें कब हुआ था स्थापित
Martand Surya Mandir भारत में सूर्यदेव के चार प्रमुख मंदिर हैं। इनमें उड़ीसा का कोणार्क सूर्य मंदिर गुजरात के मेहसाणा को मोढेरा सूर्य मंदिर राजस्थान के झालरापाटन का सूर्य मंदिर और कश्मीर का मार्तंड मंदिर शामिल है। आज हम आपको कश्मीर के मार्तंड मंदिर के बारे में बता रहे हैं।
Martand Surya Mandir: भारत में सूर्यदेव के चार प्रमुख मंदिर हैं। इनमें उड़ीसा का कोणार्क सूर्य मंदिर, गुजरात के मेहसाणा को मोढेरा सूर्य मंदिर, राजस्थान के झालरापाटन का सूर्य मंदिर और कश्मीर का मार्तंड मंदिर शामिल है। उड़िसा के कोणार्क सूर्य मंदिर के बारे में हम आपको पहले बता चुके हैं और आज हम आपको कश्मीर के मार्तंड मंदिर के बारे में बता रहे हैं। कश्मीर के दक्षिणी भाग में अनंतनाग से पहगाम के रास्ते में मार्तण्ड नामक स्थान पर सूर्यदेव का एक मंदिर स्थित है जिसका नाम मार्तंड मंदिर है। आज इस लेख में हम इसी के बारे में बात करेंगे। इस मंदिर में एक बड़ा सरोवर भी है। मान्यता है कि इसकी संभावित निर्माण तिथि 490-555 ई. रही होगी। इस मंदिर को कारकोटा राजवंश के शासक ललितादित्य ने बनवाया था। आइए जानते हैं सूर्यदेव के इस मार्तंड मंदिर के बारे में।
मार्तंड सूर्य मंदिर के बारे में जानें विस्तार से:
इस मंदिर का निर्माण मध्यकालीन युग में 7वीं से 8वीं शताब्दी के दौरान हुआ था। इसे कारकोटा राजवंश के शासक ललितादित्य ने बनवाया था। इस मंदिर के निर्माण की गणना ललितादित्य के प्रमुख कार्यों में की जाती है। इस मंदिर में 84 स्तंभ हैं। इन स्तंभों को नियमित अंतराल पर रखा गया है। मंदिर की राजसी वास्तुकला बेहद खूबसूत है जो इसे अलग बनाती है। ऐसा कहा जाता है कि राजा ललितादित्य सूर्य की पहली किरण निकलने पर सूर्य मंदिर में पूजा कर चारों दिशाओं में देवताओं का आह्वान कर ही अपनी दिनचर्या की शुरुआत करते थे।
हालांकि, वर्तमान स्थिति में यह मंदिर खंडहर हो चुका है। इसकी ऊंचाई लगभग 20 फुट है। इस मंदिर में तब के बर्तन अभी तक मौजूद हैं। इस मंदिर को देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। कश्मीर का यह मार्तेण्ड सूर्य मंदिर प्राचीन सूर्य मंदिर बेहद भव्य और विशाल था लेकिन माना जाता है कि मुगल आक्रमणकारियों ने इस मंदिर को तहस-नहस कर दिया था।