लग्ज़री मैनेजमेंट में संभावनाएं
विश्वस्तरीय फैशन, ऑटोमोबाइल और ब्यूटी ब्रैंड्स के जादू से भला कौन बच पाया है? भारत में इनकी बढ़ती लोकप्रियता की वजह से यह क्षेत्र एक प्रमुख करियर विकल्प के रूप में उभरा है। इस क्षेत्र की बारीिकयों पर सखी की नज़र।
विश्वस्तरीय फैशन, ऑटोमोबाइल और ब्यूटी ब्रैंड्स के जादू से भला कौन बच पाया है? भारत में इनकी बढती लोकप्रियता की वजह से यह क्षेत्र एक प्रमुख करियर विकल्प के रूप में उभरा है। इस क्षेत्र की बारीिकयों पर सखी की नजर।
साल 2013 में भारतीय लग्जरी इंडस्ट्री 8.5 बिलियन डॉलर की इंडस्ट्री बन गई। उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2016 तक यह 14 बिलियन डॉलर की इंडस्ट्री बन जाएगी। वर्तमान में भारत अंतरराष्ट्रीय लग्जरी इंडस्ट्री के रीटेलर्स के लिए पांचवीं सबसे बडी मार्केट है। ऐशोआराम की जिंदगी में लोगों की रुचि बढऩे से इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढे हैं। आइए इस बारे में और जानते हैं।
विस्तृत क्षेत्र
मैनेजमेंट पाठ्यक्रमों की भीड में लग्जरी मैनेजमेंट का कोर्स आपको ख्ाास होने का एहसास कराता है। यह एक विस्तृत क्षेत्र है जिसके तहत दो सेक्टर्स आते हैं-लग्जरी प्रोडक्ट्स और लग्जरी सर्विसेज। ज्यूलरी, फुटवेयर्स, बेल्ट्स, बैग्स, ऑटोमोबाइल्स आदि लग्जरी प्रोडक्ट्स की तो एविएशन, हेल्थ एंड फिटनेस, ब्यूटी व स्किन केयर, मेडिकल टूरिज्म, आर्ट, इवेंट्स आदि लग्जरी सर्विसेज की श्रेणी में आते हैं।
लग्जरी मैनेजर का काम
लग्जरी ब्रैंड मैनेजर का काम किसी लग्जरी प्रोडक्ट या सर्विस की इमेज को मार्के ट में स्थापित करना और उसकी ब्रैंड वैल्यू को बरकरार रखना होता है। एक कुशल लग्जरी मैनेजर ब्रैंड को उभरते हुए नाम से मार्केट लीडर बना देता है।
रोजगार के कई विकल्प
लग्जरी ब्रैंड मैनेजमेंट में स्पेशलाइज्ड़ कोर्स करने के बाद इस क्षेत्र के विभिन्न सेक्टर्स में जॉब की संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं। मार्केटिंग एंड कम्यूनिकेशन, पीआर एंड क्लाइंट रिलेशंस, ऑपरेशंस एंड लॉजिस्टिक्स, स्टोर मैनेजमेंट, डिस्ट्रिब्यूशन एंड वेयर हाउसिंग, डिजाइनिंग, मर्चेंडाइजिंग, प्रोडक्शन, बैंकिंग व फाइनेंस, इंश्योरेंस व कस्टमर कंप्लेन्स जैसे सेक्टर्स में रोजगार की संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं। टॉप लेवेल पर ब्रैंड मैनेजर, कंट्री मैनेजर, हेड बायर और ब्रैंड एंबेसेडर जैसी पोजीशंस होती हैं।
लग्जरी से लगाव जरूरी
किसी लग्जरी ब्रैंड के लिए काम करने के लिए एक विशेष तरह के एटीट्यूड की जरूरत होती है। इस क्षेत्र में सुशिक्षित, अच्छे व्यवहार वाले, गुड लुकिंग और जज्बा रखने वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है। यह जरूरी है कि जिस ब्रैंड को आप प्रमोट कर रहे हैं, उसे अच्छी तरह जानते और पसंद करते हों। उसके प्रमोशन में आपको मजा आता हो। किसी परिधानों के ब्रैंड को मैनेज करने के लिए रचनात्मकता और कल्पनाशीलता जरूरी है।
भाषा ज्ञान व संचार क्षमता
लग्जरी इंडस्ट्री फेस वैल्यू और रिश्तों पर कायम है। सफल लग्जरी ब्रैंड मैनेजर बनने के लिए रिश्ते बनाने की कला आनी चाहिए। अंग्रेजी व हिंदी के साथ किसी विदेशी भाषा का ज्ञान होना भी आपके पक्ष में रहता है, क्योंकि ज्य़ादातर लग्जरी ब्रैंड्स इंटरनेशनल होते हैं। उन्हें प्रभावी ढंग से तभी मैनेज किया जा सकता है जब आपको विदेशी भाषाओं का ज्ञान हो। ब्रैंड को स्थापित करने के लिए बेहद कम समय में सही निर्णय लेने की क्षमता और अच्छा श्रोता होना भी जरूरी है। आपके व्यक्तित्व में दृढता होनी चाहिए क्योंकि इस क्षेत्र में आपका साबका दृढ व्यक्तित्व वाले ग्राहकों से पडता है।
प्रमुख संस्थान
- आइआइएम, अहमदाबाद
- पर्ल अकेडमी, नई दिल्ली
- लग्जरी कनेक्ट बिजनेस स्कूल, गुडग़ांव
- लाइफस्टाइल एंड लग्जरी मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, चंडीगढ
ये भी हैं विकल्प
लग्जरी मैनेजमेंट छात्र भविष्य में-
- आर्ट डायरेक्टर बन कर किसी ब्रैंड को सुपरवाइज कर सकते हैं।
- किसी सलेब्रिटी के लाइफस्टाइल मैनेजर बन सकते हैं।
- फैशन ट्रेंड्स, लग्जरी शॉपिंग और वाइन-डाइन के विशेषज्ञ बनकर इनके बारे में जानकारियां दे सकते हैं।
एक्सपर्ट का कहना है....
- लग्जरी ब्रैंड एक विशेष सामाजिक वर्ग को अपना टार्गेट ग्रुप मानता है। सबसे बडा चैलेंज होता है उस ग्रुप में ब्रैंड से जुडी जागरूकता फैलाना और अपेक्षित क्लाइंट्स को वास्तविक क्लाइंट्स में बदलना।
संतोष सिंह, स्टोर मैनेजर, जिमी चू, गुडग़ांव
ज्योति द्विवेदी
('लग्जरी कनेक्ट बिजनेस स्कूल, गुडग़ांव' के सीईओ व फाउंडर अभय गुप्ता से बातचीत पर आधारित)