जरूरी है सही देखरेख
स्पैंडेक्स, सिल्क और लेस से बने कीमती इनरवेयर्स अकसर उचित देखभाल के अभाव में समय से पहले ही खराब हो जाते हैं। इन्हें भी देखभाल की उतनी ही दरकार होती है जितनी बोकी परिधानों को। इस बारे में जानकारी दे रही है सखी।
स्पैंडेक्स, सिल्क और लेस से बने कीमती इनरवेयर्स अकसर उचित देखभाल के अभाव में समय से पहले ही खराब हो जाते हैं। इन्हें भी देखभाल की उतनी ही दरकार होती है जितनी बोकी परिधानों को। इस बारे में जानकारी दे रही है सखी।
त्वचा के सीधे संपर्क में आने वाले इनरवेयर्स की देखरेख अकसर उपेक्षित रहती है। इसका नतीजा यह होता है कि वे समय से पहले ही बदरंग हो जाते हैं और अपना आकार खो देते हैं। ऐसा न हो, इसके लिए जरूरी है उनकी सही देखभाल और रख-रखाव, ताकि उनका फैब्रिक लंबे समय तक नया जैसा बना रहता है और इलास्टिसिटी खत्म न हो। आइए इस बारे में जानते हैं।
1.सिल्क, सैटिन और लेस से बने इनरवेयर्स को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है। इन्हें हमेशा हैंडवॉश करें। यह भी ध्यान रखें कि कोई नुकीली चीज फंसने से इनका फैब्रिक न उधड जाए।
2.इन्हें धोने के बाद साफ पानी में अच्छी तरह खंगालें और यह सुनिश्चित कर लें कि डिटर्जेंट भली भांति निकल गया है। डिटर्जेंट के अवशेष रह जाने पर उसमें मौजूद केमिकल्स इनरवेयर्स और आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
3.ब्रा, पैंटी, कैमिसोल आदि को ठीक से फोल्ड करके किसी ड्रॉअर के अलग-अलग सेक्शंस में स्टोर करें। पैडेड ब्रा को बीच से इस तरह फोल्ड करें कि एक कप दूसरे के अंदर फिट हो जाए। ऐसा करने से कप्स का आकार बना रहता है और ब्रा जगह भी कम घेरती है।
4.परफ्यूम, ऑयल, कॉस्मेटिक्स आदि को इनरवेयर्स से दूर रखें। इनके दाग लगने से वे खराब हो सकते हैं।
5. इनके लेबल पर दिए गए केयर इंस्ट्रक्शंस को ध्यानपूर्वक पढें। विभिन्न प्रकार के इनरवेयर्स को धोने और उनके रख-रखाव का तरीेका अलग होता है। हलके और गहरे रंगों के इनरवेयर्स को अलग-अलग धोएं।
6. इन्हें हमेशा ठंडे पानी से धोएं। सैटिन जैसे फैब्रिक्स से बने इनरवेयर्स गर्म पानी में धोने पर 10-20 प्रतिशत तक सिकुड जाते हैं।
7. इन्हें हमेशा माइल्ड डिटर्जेंट से धोएं। हार्ड डिटर्जेंट से धोने पर वे खराब हो सकते हैं।
8. इन्हें कभी भी ब्लीच नहीं करना चाहिए।
9. अगर किसी इनरवेयर को पहली बार धो रही हैं तो उसे बाकी कपडों से अलग धोएं क्योंकि उसका रंग छूट कर दूसरे कपडों पर लगने की आशंका रहती है।
10. इन्हें धोने से पहले 15-20 मिनट तक माइल्ड डिटर्जेंट में भिगो दें।
11.अगर इनरवेयर के किसी हिस्से में दाग लगा हो तो उसे हलके हाथों से माइल्ड डिटर्जेंट लगाकर साफ कर दें।
12.इनरवेयर्स को धोने के बाद हलके हाथों से निचोडें। इन्हें ऐंठ कर निचोडऩे से बचें क्योंकि
इससे उनका आकार खराब हो सकता है।
13.इन्हें किसी समतल सतह पर बिछे तौलिए के ऊपर फैलाकर सुखाएं। धूप में न सुखाएं क्योंकि ऐसा करने से उनका रंग उड सकता है।
14.इन्हें आयरन करने या ड्रायर में सुखाने से बचें। ऐसा करने पर इन्हें नुकसान पहुंच सकता है।
15.मशीन वॉशेबल इनरवेयर्स को धोने से पहले उन्हें हलके और गहरे रंगों के आधार पर अलग-अलग छांट लें। सभी ब्रा के हुक्स को लगा दें ताकि मशीन के अंदर वे कहीं फंसें ना। इसके बाद उन्हें बारी-बारी से लॉन्जरी वॉश बैग में भरकर वॉशिंग मशीन में धोने के लिए डाल दें। ऐसा करने से आपके इनरवेयर्स को मशीन में होने वाली ट्विस्टिंग और टर्निंग से नुकसान नहीं होगा।
16.सिल्क लॉन्जरी पर कभी भी परफ्यूम स्प्रे न करें।
17.जो इनरवेयर्स 'ड्रायक्लीन ओनली इंस्ट्रक्शन के साथ आते हैं, उन्हें ड्रायक्लीन ही करवाएं।
18.इन्हें कभी भी हैंगर में न टांगें क्योंकि ये स्ट्रेचेबल फैब्रिक से बने होते हैं और टांगने से इनकी इलास्टिसिटी खत्म हो सकती है।
19.जिस ड्रॉअर में इनरवेयर्स रख रहे हैं उसमें घडी, ज्यूलरी, बेल्ट आदि न रखें। इन एक्सेसरीज का बक्कल, चेन आदि फंसने से वे खराब हो सकते हैं।
21.फटे हुए, गलत फिटिंग वाले और चुभने वाले इनरवेयर्स को अपनी वॉर्डरोब से हटा दें। ये सिर्फ जगह घेरते हैं।
22.गंदे इनरवेयर्स पहनने से स्किन इंफेक्शन हो सकता है इसलिए इन्हें हमेशा साफ-सुथरा रखें।
23.नए इनरवेयर्स को भी पहनने से पहले अच्छी तरह धोएं। इनमें धूल या केमिकल्स हो सकते हैं जिनसे आपकी त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है।
24.स्पोट्र्स इनरवेयर्स को हर बार इस्तेमाल करने के बाद धोना जरूरी है क्योंकि पसीने के अवशेष रह जाने पर उनके फाइबर्स को नुकसान पहुंच सकता है।
इन्हें चाहिए खास देखभाल
-रेयॉन इनरवेयर्स
-स्पैंडेक्स इनरवेयर्स
-नायलॉन, एक्रलिक, पॉलिएस्टर जैसे
माइक्रोफाइबर्स से बने इनरवेयर्स
-सिल्क इनरवेयर्स
-लेस इनरवेयर्स
प्रस्तुति: सखी फीचर्स