सिर्फ नृत्य और संगीत के लिए फिल्में नहीं करती: दीपिका पादुकोण
आकर्षक व्यक्तित्व और सौम्य छवि की दीपिका पादुकोण की उपस्थिति हर माहौल में ख़्ाुशबू बिखेरती है। तभी तो आज उन्हें हर निर्देशक अपनी फिल्म में लेना चाहता है। उनमें कॉन्फिडेंस के साथ-साथ निखार भी आया है। आज वह ़िजंदगी को कितना एंजॉय कर रही हैं, बता रही हैं सखी को।
आपका यह साल तो बहुत ही अच्छा जा रहा है। कॉकटेल हिट रही। अभी किस मूड में हैं आप?
िफलहाल तो मैं कॉकटेल की सक्सेस एंजॉय कर रही हूं। प्रमोशन के समय हमने सबको कहा था कि मेरे लिए यह बहुत स्पेशल फिल्म है। मैं बहुत ही ख्ाुश हूं कि लोगों को फिल्म अच्छी लगी। मेरा परफॉर्मेस अच्छा लगा। मैंने कॉकटेल में बहुत मेहनत की थी। उस रोल के लिए प्रेपरेशन करना पडा। बहुत रिहर्सल भी की मैंने। िफलहाल तीन फिल्मों पर फोकस कर रही हूं। शाहरुख्ा ख्ान के साथ चेन्नई एक्सप्रेस कर रही हूं। रणवीर कपूर के साथ ये जवानी है दीवानी लगभग पूरी हो गई है। संजय लीला भंसाली की फिल्म रामलीला की शूटिंग आरंभ हो गई है। रेस 2 भी पूरी हो गई है और अब डबिंग कर रही हूं उस फिल्म की।
ऐसा लग रहा है कि फिल्मों में हीरोइनों को अब ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। आपकी कॉकटेल भी एक उदाहरण है।
िफलहाल इस विषय पर पूरे अधिकार के साथ कुछ नहीं कह सकती। अभी जो भी स्क्रिप्ट चुन रही हूं उसमें अपने रोल पर ध्यान देती हूं। वह कैरेक्टर मुझे एक्साइट करे। सिर्फगाना गाने या डांस करने के लिए मैं फिल्म नहीं कर सकती। फिल्म की कहानी में मेरे किरदार का कंट्रीब्यूशन होना चाहिए।
फिल्मों के अलावा और क्या इंटरेस्ट हैं?
मुझे स्पोर्ट्स में इंटरेस्ट है। मेरा एक चैरिटी ऑर्गनाइजेशन है ओलंपिक का गोल क्वेस्ट। उससे बहुत सारे इंडियन स्पोर्ट्समेन जुडे हुए हैं। जैसे मेरे पिता जी, लिएंडर पेस, विश्वनाथन आनंद और गीत सेठी। हम सब इस ऑर्गनाइजेशन के फाउंडर हैं और अपकमिंग टैलेंट को सपोर्ट करते हैं। चाहे बैडमिंटन हो, बॉक्सिंग, राइफल शूटिंग या कोई और गेम। हमने गगन नारंग, साइना नेहवाल व विजय कुमार को सपोर्ट किया। हम चाहते हैं कि वे ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन कर लौटें। अभी हम 2016 के ओलंपिक के लिए काम कर रहे हैं।
अपनी उम्र की लडकियों के लिए क्या संदेश देंगी?
हमें नहीं बदलना चाहिए। अपनी पर्सनैलिटी पर गहरा विश्वास होना चाहिए। आप जो हैं, उस पर अडिग रहें। खुद पर यकीन करें। सिंपल ।
आपकीउम्र की लडकियों के लिए जरूरी चीजें मानी जाती हैं-प्रेम और शादी। इन दिनों करियर विमेन इन्हें निश्चित समय के लिए दरकिनार कर देती हैं। क्या ऐसा ही कुछ है आपके साथ?
जी, बिलकुल। िफलहाल तो मैं अपने काम पर फोकस कर रही हूं और अपनी फेमिली को बहुत मिस करती हूं। मेरा एक ही रीग्रेट कि मैं फेमिली के साथ ज्यादा टाइम शेयर नहीं कर सकती। पर आज मैं जहां हूं, बहुत ख्ाुश हूं। जितना मुझे मिला, जितना लोगों ने दिया, मैं खुश हूं। मैं मेहनत करती रहूंगी। प्यार-शादी.. िफलहाल इनके बारे में नहीं सोच रही हूं।
ऐक्िटग के अलावा किसी और आर्ट फॉर्म को आपने सीखा या सीखना चाहती हैं?
कह सकती हूं कि म्यूिजक में ज्यादा इंटरेस्ट है। मेरे पास बहुत सारे अलग-अलग िकस्म के गाने हैं। स्कूल के दिनों में ड्राइंग और पेंटिंग करती थी। अभी वक्त नहीं मिलता। एक इच्छा है कि मैं कोई भी इंस्ट्रूमेंट बजाना सीखूं। गिटार और पियानो मेरे ध्यान में हैं। जब वक्त मिलेगा मैं इसकी कोशिश करूंगी।
दीपिका की सही पहचान क्या है?
मैं खुद को हिंदुस्तानी मानती हूं। लोग कहते हैं कि मैं मॉडर्न हूं। मेंटली, इमोशनली, कल्चरली ट्रडिशनल हूं। मेरी बहुत ही सिंपल अपब्रिंगिंग रही है। मैं यह नहीं सोचती कि कहां से हूं, मेरा थॉट प्रॉसेस क्या है?