कहीं लेदर नेकपीस कहीं फेडोरा हैट
एक्सेसरीज का जादू भारतीय पुरुषों के सिर चढ़कर बोल रहा है। ब्रिटिश डिजाइनर फैबियन लिन्टॉट अपने एक लेख में कहते हैं कि पिछले कुछ सालों में भारत का मेल एक्सेसरी बाजार चौगुनी गति से बढ़ा है। स्लिप नॉट स्टाइल में स्कार्फ ड्रेप करने का अंदाज हो या बैक कॉलर पर सनग्लासेज कैरी करने का चलन.., पुरुषों ने अपनी पर्सनैलिटी के हिसाब से एक्सेसरीज फ्लॉन्ट करने की कला बख़्ाूबी सीख ली है। सारा हाल जानने के लिए कुछ एक्सेसरी क्रेज़ी पुरुषों और एक्सेसरी डिज़ाइनर्स का नज़रिया जाना सखी ने। किस उम्र में कैसी एक्सेसरीज
लीगेंट लुक वाली फेडोरा हैट्स मेरे लॉन्ग हेयरस्टाइल को बखूबी कॉम्पि्लमेंट करती हैं। यह कहना है मॉडल अमित रंजन का। अमित की यह बात गवाह है भारतीय पुरुषों के जबर्दस्त एक्सेसरी सेंस की जो पिछले कुछ सालों में कई गुना पुख्ता हो गया है। हैट्स, शूज, वॉचेज, बेल्ट्स, रिस्टबैंड्स, स्टड्स जैसी मेल एक्सेसरीज का जितना पर्सनलाइज्ड यूज इन दिनों देखने को मिल रहा है, उतना पहले कभी नहीं दिखा। एक्सेसरी डिजाइनर राजदीप रानावत कहते हैं, स्त्रियां तो लंबे समय से एक्सेसरीज को लेकर नए-नए प्रयोग करती रही हैं, लेकिन पुरुषों में एक्सेसरीज के इस्तेमाल को लेकर झिझक थी। उनके मन में एक्सेसरीज के चुनाव से पहले कई सवाल आते थे। जैसे, कहीं यह एक्सेसरी फेमनिन तो नहीं लग रही? कहीं यह एक्सेसरी भडकीली तो नहीं लग रही? लेकिन अब वे इस उधेडबुन में नहीं फंसते। क्योंकि अब उन्होंने अपनी जानकारी का दायरा बढाया है। अब उन्हें इन सवालों के जवाब पता हैं।
भारत में ब्रिटिश और विंटेज लुक वाली एक्सेसरीज काफी पसंद की जाती हैं। लेकिन एक्सेसरी डिजाइनर नितिन बल चौहान की मानें तो देश का सबसे चर्चित मेल एक्सेसरी ट्रेंड खेलों से प्रेरित है। अगर रंगों की बात की जाए तो खाकी फेमिली और एक्वामरीन फेमिली के शेड वाली एक्सेसरीज सबसे ज्यादा पसंद की जा रही हैं।
13-25 साल
इस आयुवर्ग के पुरुष सबसे ज्यादा प्रयोग करते हैं। वे टेक्स्ट वर्क, ओल्ड पोस्टर, ब्रोकेन फॉन्ट, पॉप आर्ट और म्यूजिक थीम पर आधारित डिजाइन वाली एक्सेसरीज सबसे ज्यादा पसंद करते हैं।
25-40 साल
इस आयुवर्ग के पुरुष मैच्योर और क्लासी लुक वाली एक्सेसरीज पसंद करते हैं। ये बैज और स्टड्ज आदि का इस्तेमाल भी करते हैं।
40 प्लस
इस आयुवर्ग के पुरुष एलीगेंट और विंटेज लुक की एक्सेसरीज सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। ये रंगों को लेकर बहुत अधिक प्रयोग नहीं करते।
नथ भी पहनी, स्टाइल के वास्ते
विल्स फैशन वीक 2008 में मुझे रोहित बल के एथनिक परिधान पहन कर रैंप वॉक करना था। जब पता लगा कि नथ पहननी है, तो लगा कि मैं फेमनिन नजर आऊंगा। लेकिन डिजाइनर का सेंस समझा तो लगा कि नथ मुझ पर फबेगी। आत्मविश्वास के साथ रैंपवॉक किया।
-मॉडल रविंदर कुहार
नेकपीस के दीवाने हैं ये
मैं लेदर के क्रॉसपेंडेंट वाले नेकपीसेज का दीवाना हूं। अक्सर रग्ड जींस और लेदर जैकेट के साथ 2-3 नेकपीसेज में नजर आता हूं। लेकिन यही नेकपीस बंद गले की ड्रेस पर खराब लगेंगे।
-मॉडल अमित रंजन
एक्सेसरीज पहनें, पर ध्यान रहे
-अगर आपका फिजीक बल्की है तो बहुत चौडी या बहुत पतली बेल्ट पहनने से बचें। मध्यम आकार की बेल्ट पहनें।
-अगर आपका फेस चबी है तो छोटे आकार के सनग्लासेज न पहनें।
-अगर आपका चेहरा लम्बा और जॉलाइन चौडी है तो स्क्वायर फ्रेम वाले सनग्लासेज पहनें।
-अगर आपकी लंबाई कम है तो हेवी शूज पहनने की गलती न करें। स्लिम कोनिकल शूज आप पर अच्छे लगेंगे।
- स्टड्स कैरी करने का कॉन्फिडेंस हर किसी में नहीं होता। अगर आपको लगता है कि आप स्टड्स को आत्मविश्वास के साथ कैरी कर सकते हैं तभी इन्हें पहनें। स्टड्स के साथ ब्लैक या रेड आउटफिट अच्छे लगेंगे।
-सनग्लासेज
जब सनग्लासेज को स्टाइल संवारने का जरिया बनाना हो तो इसे कैरी करने के अंदाज में प्रयोग कर सकते हैं। इसे साइड पॉकेट, बैक कॉलर, बैग या हेड पर आसानी से कैरी किया जा सकता है।
- स्कार्फ
सिंगल रैपएराउंड(स्कार्फ को एक बार लपेटना), डबल रैपएराउंड (स्कार्फ को दो बार लपेटना), थ्रो ओवर (स्कार्फ का एक हिस्सा आगे और एक पीछे रखना) जैसी ड्रेपिंग स्टाइल भी बेहद स्मार्ट लुक देती हैं।
एक्सेसरी कलेक्शन
कई पुरुषों ने अपनी पसंदीदा एक्सेसरीज का कलेक्शन बनाया है। मॉडल रविंदर कुहार को ही ले लीजिए। इन्हें सनग्लासेज लगाने का इतना शौक है कि ये शेरवानी जैसे एथनिक परिधानों पर भी सनग्लासेज का इस्तेमाल करते हैं। उनके पास 15 अलग-अलग किस्म के सनग्लासेज हैं। कुछ ऐसा ही लगाव कॉलेज स्टूडेंट हितेश को बेल्ट्स से है। उनके पास 50 बेल्ट्स का कलेक्शन है। अमित रंजन के पास 200 हैट्स का कलेक्शन है, जिनमें थाईलैंड, यूरोप, सिंगापुर और मलेशिया की हैट्स भी शामिल हैं।
सखी प्रतिनिधि