हर उम्र मे निखरेगी त्वचा
उम्र चाहे जो भी हो, स्त्री हर दौर में आकर्षक दिखना चाहती है। इसलिए सही देखभाल से खूबसूरती को बरकरार रखा जा सकता है। त्वचा को साधारण से खास बनाने के लिए कुछ ब्यूटी टिप्स।
त्वचा को खास देखभाल की जरूरत होती है। शुरुआत से ही ध्यान दिया जाए तो 60 की उम्र में भी आप जवां नजर आ सकती हैं। ब्यूटी एक्सपर्ट पूजा गोयल से जानें, उम्र के अनुसार कैसे करें अपनी त्वचा की सही देखभाल।
उम्र : 16-25 यह उम्र का वह दौर है, जिसमें त्वचा में बदलाव शुरू हो जाते हैं। टीनएज हॉर्मोंस कम होने लगते हैं, बच्चों सी मुलायम त्वचा नहीं रहती और नैचरल ग्लो कुछ कम हो जाता है। समस्याएं : इस उम्र की लडकियों में रक्त-संचार सुचारु होता है, जिस कारण उनकी त्वचा का रंग एक समान रहता है पर इससे ऑयल ज्यादा निकलता है। इसी उम्र में पिंपल्स, व्हाइट और ब्लैकहेड्स की समस्या होने लगती है। 25 की उम्र के बाद त्वचा पर रूखापन आना शुरू हो जाता है।
क्या करें : त्वचा को साफ रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए सीटीएम यानी क्लींजिंग, टोनिंग और मॉयस्चराइजिंग करना न भूलें। हफ्ते में एक बार त्वचा एक्सफोलिएट जरूर करें। इस उम्र में अकसर एक्ने की समस्या हो जाती है, जिससे बचने के लिए डीप क्लींजिंग करवाना सही रहता है। इसके अलावा इस उम्र में नरिशिंग स्किन ट्रीटमेंट लें। इसमें नरिशिंग जेल और क्रीम के जरिये त्वचा को क्लीन किया जाता है, जिससे त्वचा मुलायम बनती है और इसकी नमी भी बरकरार रहती है। यह ट्रीटमेंट उन लडकियों के लिए फायदेमंद है, जिनकी त्वचा में रूखापन आने लगता है।
उम्र : 25-35 इस उम्र तक आते-आते बदलती जीवनशैली का असर त्वचा पर साफ दिखने लगता है। यही वह समय है, जब उम्र त्वचा पर अपने निशान छोडऩे लगती है। समस्याएं : इस उम्र में आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स के अलावा होंठों और माथे पर झुर्रियां पडऩे लगती हैं। त्वचा में ढीलापन आने लगता है और वह रूखी होने लगती है। इस उम्र में चेहरे पर टी-जोन बनने लगता है यानी फोरहेड, नोज और चिन की त्वचा तैलीय व बाकी हिस्से की त्वचा शुष्क होने लगती है। क्या करें : इस समय त्वचा को नमी देने के लिए रोजाना नाइट क्रीम का इस्तेमाल करें। 30 की उम्र में मुंह, गर्दन व
आंखों के आसपास की त्वचा पर झुर्रियों का प्रभाव दिखने लगता है। इसलिए इस उम्र में त्वचा में कसावट लाने की जरूरत होती है, जिसके लिए समय-समय पर स्क्रबिंग, फेशियल्स या क्लीन-अप जैसे ब्यूटी ट्रीटमेंट्स लेने की आवश्यकता पडती है। इसके अलावा नियमित रूप से सन-ब्लॉक क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए। एडवांस ट्रीटमेंट के लिए विजिबल रेडियंस लेना सही रहता है। इसमें लैवेंडर ऑयल से युक्त क्रीम से मसाज की जाती है, जिससे त्वचा साफ हो जाती है। इसके अलावा ऑक्सीजेनेशन करवाना भी बेहतर रहेगा, इससे नैचरल ग्लो मिलेगा। 30 की उम्र के बाद ग्लाइकोलिक स्किन पील करवाने से एज स्पॉट्स और पिग्मेंटेशन को दूर किया जा सकता है। इससे डेड स्किन रिमूव हो जाती है।
उम्र : 35-45 इस उम्र में स्किन का खयाल न रखा जाए तो फाइन लाइन्स और रिंकल्स की समस्या शुरू हो जाती है। समस्याएं : झुर्रियां, सन स्पॉट्स व एज स्पॉट्स इस उम्र में दिखने लगते हैं। हॉर्मोंस के असंतुलन और ड्राई स्किन के कारण कुछ स्त्रियों को 40 के बाद मुंहासों की समस्या भी हो जाती है। इसलिए उन्हें नजरअंदाज करने की गलती न करें।
क्या करें : एजिंग की प्रक्रिया से लडऩे के लिए स्किन रिनुअल ट्रीटमेंट आजमाएं। इसके अलावा त्वचा में कसावट लाने के लिए टाइटनिंग पैक लगाएं, इससे काफी हद तक कसावट लाई जा सकती है। ग्लाइकोलिक स्किन पील कराएं। कोलेजन फेशियल लेने से त्वचा पुनर्जीवित हो जाएगी। ब्रेस्ट, शोल्डर, नेक और चेहरे पर पिग्मेंटेशन को दूर करने के लिए क्लैरिटी ट्रीटमेंट करवाएं।
उम्र : 50 उम्र बढऩे के साथ ही त्वचा की नमी को बरकरार रख पाना मुश्किल हो जाता है। त्वचा की नमी न खोए, इसके लिए क्रीम युक्त मॉयस्चराइजर का इस्तेमाल करें।
समस्याएं : इस उम्र में त्वचा मिली-जुली और रूखी हो जाती है। आइज, माउथ और नेक एरिया पर लकीरें उभरने लगती हैं। आईलिड पर उम्र की लकीरें अपने निशान छोडऩे लगती हैं। नेल्स की ग्रोथ धीमी हो जाती है और बाल झडऩे लगते हैं।
क्या करें : त्वचा को एक्सफोलिएट करें। फेशियल और मसाज करवाएं। रोजाना टोनर यूज करें। इसे त्वचा के रोमछिद्रों को बंद रखने और ताजगी बनाए रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस उम्र में प्राकृतिक रूप से चमक लाने के लिए कम से कम 8 से 12 ग्लास पानी पिएं और योगासनों का भी सहारा लें, तभी आप इस उम्र में भी आकर्षक दिखेंगी।
जब उम्र हो 60 इस उम्र में एज स्पॉट्स दिखने लगते हैं। इससे बचने के लिए वॉटर बेस्ड मॉयस्चराइजर व सनस्क्रीन लोशन को ब्यूटी रिजीम में जरूर शामिल करें। याद रखें, उम्र को किसी प्रोडक्ट से रोका नहीं जा सकता, महजज इसकी रफ्तार धीमी की जा सकती है। उम्र को स्वीकार करें और खुश रहें, यही सबसे बडा मंत्र है।