Rajasthan: भरतपुर जेल से मथुरा के ज्वैलर को धमकी देकर 10 लाख मांगे
Rajasthan सेवर थाना अधिकारी राजेश खटाना ने बताया कि सेंट्रल जेल सेवर में उद्योग नगर थाना इलाके में सात साल पहले हुई डकैती के मामले में मथुरा का पंकज बंद है। उसने सेंट्रल जेल सेवर से मथुरा के एक ज्वैलर को धमकी दी और 10 लाख रुपये की डिमांड की।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan: राजस्थान में भरतपुर स्थित सेंट्रल जेल सेवर से मथुरा के ज्वैलर को 10 लाख रुपये देने की धमकी दी गई है। इस पर पुलिस ने जेल में सर्च अभियान चलाया। इस दौरान डकैती के मामले में बंद एक बंदी से तीन मोबाइल और सिम बरामद हुई हैं। उसके खिलाफ सेवर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया। सेवर थाना अधिकारी राजेश खटाना ने बताया कि सेंट्रल जेल सेवर में उद्योग नगर थाना इलाके में सात साल पहले हुई डकैती के मामले में मथुरा का पंकज बंद है। उसने सेंट्रल जेल सेवर से मथुरा के एक ज्वैलर को धमकी दी और 10 लाख रुपये की डिमांड की। सूचना मिलने पर पुलिस उप अधीक्षक सतीश वर्मा की अगुवाई में सर्च अभियान चलाया गया।
इस दौरान पंकज के बैरक में उसके कब्जे से तीन मोबाइल और सिम बरामद की गईं। देर रात 11 बजे सेवर थाना में जेल प्रशासन की ओर से मामला दर्ज किया गया। खटाना ने बताया कि सेंट्रल जेल सेवर के जेलर ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि मथुरा के चौक बाजार निवासी बंदी पंकज शर्मा पुत्र अशोक शर्मा आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त है तथा सेंट्रल जेल सेवर से मोबाइल का प्रयोग करके अपनी गैंग के लोगों को निर्देशित कर रहा है। इस सूचना पर टीम ने जेल के वार्ड नं 17, 18 व उच्च सुरक्षा गार्ड में तलाशी ली। तलाशी के दौरान वार्ड नंंबर 18 में विचाराधीन बंदी पंकज शर्मा पुत्र अशोक शर्मा के कब्जे से तीन मोबाइल मय बैटरी, एक चार्जर, दो सिम, तीन ईयरफोन व एक डाटा केबल बरामद किए गए।
गौरतलब है कि राजस्थान में जोधपुर का केंद्रीय कारागृह एक कैदी के गुप्तांग में चार मोबाइल मिलने का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि एक अन्य कैदी के गुप्तांग में हीटर की स्प्रिंग छुपा कर ले जाने का मामला सामने आया था। मेटल डिटेक्टर की जांच में बंदी के एक्सरे में हीटर की स्प्रिंग की पुष्टि हुई है। इसके बाद कैदी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। देर रात सघन तलाशी अभियान में पुलिस ने सात हीटर भी बरामद किए हैं। इसके अलावा पुलिस ने अगल-अलग बैरक से तीन मोबाइल चार्जर और बैटरी भी बरामद की है। सेंट्रल जेल के उद्योग शाला से कार्य समाप्ति के पश्चात सभी कैदियों को जब अपनी बैरक में भेजा जा रहा था।