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Rajasthan: भारत-पाक सीमा से सटे गांव से लापता हुआ युवक, परिजनों ने सरहद पार जाने की आशंका जताई

Rajasthan राजस्थान में बाड़मेर के एक युवक के पाकिस्तान जाने की आशंका के चलते बीएसएफ और पुलिस सक्रिय हो गई है। युवक के परिजनों ने इस संबंध में बाड़मेर के सेड़वा पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 28 Oct 2021 03:40 PM (IST)Updated: Thu, 28 Oct 2021 03:40 PM (IST)
Rajasthan: भारत-पाक सीमा से सटे गांव से लापता हुआ युवक, परिजनों ने सरहद पार जाने की आशंका जताई
भारत-पाक सीमा से सटे गांव से लापता हुआ युवक। फाइल फोटो

जयपुर, जागरण संवाददाता। पाकिस्तान सीमा से सटे राजस्थान में बाड़मेर जिले के जानपालिया गांव निवासी एक युवक के पाकिस्तान जाने की आशंका के चलते बीएसएफ और पुलिस सक्रिय हो गई है। युवक के परिजनों ने बाड़मेर के सेड़वा पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बीएसएफ अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक भी की है। इसके बाद बीएसएफ के अधिकारियों ने पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग भी की है। युवक के स्वजन उसके सीमा पार जाने की आशंका बार-बार जता रहे हैं। जानपालिया गांव से अंतरराष्ट्रीय सीमा की दूरी करीब तीन किलोमीटर है। ऐसे में युवक के स्वजनों को आशंका है कि रात के अंधेरे में युवक गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान जा सकता है।

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युवक के परिजनों ने दर्ज कराई रिपोर्ट

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि से सेड़वा थाने में लापता युवक सबीर अहमद के स्वजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। स्वजनों का कहना है कि सबीर मंदबुद्धि है। रात के अंधेरे में उसे दिखाई देने में भी परेशानी है। बीएसएफ और पाक रेंजर्स की बैठक हो चुकी है, लेकिन पाक रेंजर्स ने अब तक कोई सूचना नहीं दी है। सबीर के पिता मुराद अहमद ने पुलिस को बताया कि वह 24 अक्टूबर को दरगाह जाने की कह कर घर से निकला था। देर रात तक वापस घर नहीं लौटा। इस पर 25 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज कराई गई। सीमा पार कर जाने की आशंका के साथ ही आसपास जिलों में भी सबीर की तलाश की जा रही है। उल्लेखनीय है कि करीब 11 महीने पहले बाड़मेर में ही सज्जन का पार कुम्हारों का टीबा निवासी गेमराराम रात के अंधेरे में सीमा पार कर पाकिस्तान चला गया था। वह अब तक पाकिस्तान जेल में बंद है। उसकी वापसी को लेकर सरकारी स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। वैसे तो सीमा पर तारबंदी की हुई है। बीएसएफ के जवान हमेशा पहरा देते हैं, लेकिन बाड़मेर और जैसलमेर जिलों में रेत उड़ने के साथ ही कई बार तारबंदी उसके नीचे दब जाती है। रेगिस्तान और बस्ती दूर-दूर होने के कारण अंधेरा भी ज्यादा रहता है। ऐसे में कई बार गलती से बार्डर पार कर के लोग या जानवर चले जाते हैं।


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