वसुंधरा ने 4 माह में 20 जिलों के 50 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया
दो माह से रिक्त चल रहे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर चल रही खींचतान के कारण बड़े नेता अभी चुनाव अभियान में नहीं जुटे है ।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गई है। दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट के उप चुनाव में हार के बाद भाजपा को फिर से सत्ता में लाने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने कंधो पर ले ली है। उप चुनाव में हार के बाद वसुंधरा राजे ने पिछले चार माह में 20 जिलों के 50 विधानसभा क्षेत्रों के दौरे कर जनसंवाद किया है।
मंत्रियों और अधिकारियों की टीम के साथ लोगों के बीच जाकर वसुंधरा राजे लोगों की समस्याओं का तत्काल समाधान करने में जुटी है। करीब 6 माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे ने 200 में से 180 विधानसभा क्षेत्रों में जीत दर्ज कराने का लक्ष्य रखा है। वसुंधरा राजे कार्यकर्ताओं के बीच जाकर टारगेट-180 का नारा दे रही है।
हालांकि भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता फिलहाल वसुंधरा राजे के चुनाव अभियान से दूरी बनाए हुए है। वहीं कांग्रेस में चुनाव अभियान की कमान पूरी तरह से कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने संभाल रखी है। पायलट ने पिछले दो माह में 13 जिलों का दौरा कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने का प्रयास किया है।
पायलट ने दौसा जिले के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया। अविनाश पांडे जहां मेरा बूथ,मेरा गौरव अभियान के माध्यम से पो¨लग बूथ स्तर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की टीम तैयार करने में जुटे है। वहीं सचिन पायलट बूथ मैनेजमेंट के साथ चुनाव अभियान की तैयारियों में भी जुटे है।
पायलट का ध्यान भाजपा के प्रभाव वाले क्षेत्रों में अधिक है। पायलट ने पिछले दो माह में अधिकांश दौरे भाजपा के प्रभाव वाले जिलों में किए है। पायलट ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव डॉ.सी.पी.जोशी,पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.गिरिजा व्यास और नमोनारायण मीणा को साथ लेकर एकजुटता दिखाने का प्रयास किया है।
वसुंधरा राजे और पायलट दोनों ही नेता अपनी-अपनी पार्टी को सत्ता में लाने में जुटे है। भाजपा सत्ता वापसी को बेचैन है। वहीं लोकसभा और विधानसभा के बाद स्थानीय निकाय एवं पंचायती राज उप चुनाव में जीत से उत्साहित कांग्रेस सरकार बनाने को आतुर है। कांग्रेस के नेता जहां एकजुटता दिखाने का प्रयास कर रहे है।
वहीं दो माह से रिक्त चल रहे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर चल रही खींचतान के कारण बड़े नेता अभी चुनाव अभियान में नहीं जुटे है ।
सचिन पायलट बोले,सरकार से जनता की नाराजगी साफ नजर आ रही है
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट का कहना है कि दो माह में उन्होंने 13 जिलों का दौरा किया है । जिलों में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ आम लोगों से मिलने का भी मौका मिला । लोग साफ तौर पर केन्द्र और राज्य सरकार की नाकामी गिना रहे है । पायलट ने कहा कि लोगों में भाजपा सरकार के प्रति काफी नाराजगी है ।
अशोक परनामी ने कहा,वसुंधरा की मेहनत से सत्ता में आएंगे
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की मेहनत के बल पर भाजपा प्रदेश में फिर से सत्ता में आएगी ।