Rajasthan: उदयपुर में निकली अनूठी बारात, बैलगाड़ी पर दूल्हा और बाराती
Unique Procession. अनूठी बारात उदयपुर जिले के भींडर कस्बे से आई थी जिसमें दूल्हा जगदीश कुमार तथा सभी बाराती सजी-धजी बैलगाड़ियों पर सवार होकर मेनार पहुंचे।
संवाद सूत्र, उदयपुर। Unique Procession. जिले के मेनार गांव में बुधवार को ऐसी अनूठी बारात निकली, जो चर्चा का विषय बन गई। एक दर्जन से अधिक बैलगाड़ियों में दूल्हा और सभी बाराती सवार थे। बारात में शामिल सभी लोग राजस्थानी परिधान और परंपरा के अनुसार निकले।
अनूठी बारात उदयपुर जिले के भींडर कस्बे से आई थी, जिसमें दूल्हा जगदीश कुमार तथा सभी बाराती सजी-धजी बैलगाड़ियों पर सवार होकर मेनार पहुंचे। बैलगाड़ियों में बारात ले जाने की योजना जगदीश के पिता ने बनाई, जो अहमदाबाद में कुक के रूप में काम करते हैं। जगदीश का कहना है कि इन दिनों जहां लोग हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर के जरिए बारात ले जाने के बारे में सोचते हैं, वहीं उनके पिता ने राजस्थानी परम्परा के अनुसार बैलगाड़ियों के जरिए बारात ले जाने की इच्छा जताई।
जगदीश का गांव वाना तथा उसकी ससुराल मेनार के बीस दस-बारह किलोमीटर की दूरी है। जगदीश के मित्रों और ग्रामीणों को भी उनके पिता की योजना बेहतर लगी और एक दर्जन बैलगाड़ियों का इंतजाम किया। सभी बैलों को मेहंदी तथा अन्य रंगों से सजाया गया। इसके बाद सजी-धजी बैलगाड़ियों के जरिए बारात मेनार की ओर रवाना हुई। जगदीश की शादी मेनार के दिनेश मेरावत की बेटी नीलम से हुई है। बारात नेशनल हाईवे से गुजरी तो उससे जाने वाले लोगों को यह देखकर आश्चर्य हुआ। कई लोगों ने इसकी सराहना भी की।
बारात में शामिल बुजुर्ग ग्रामीणों का कहना है कि इससे उन्हें अपने दिन याद आ गए। उनके समय बैलगाड़ियों से ही बारात जाती थीं। बैलगाड़ी ही आवागमन का मुख्य वाहन होता था। इसके अलावा युवाओं और बच्चों के लिए बैलगाड़ियों से सफर बेहद रोमांचकारी रहा। शहरी क्षेत्र से गए बच्चों के लिए यह पहला मौका था कि उन्होंने सजी-धजी बैलगाड़ी में सफर तय किया। कुछ पर्यटकों ने जब बैलगाड़ी से बारात को जाते देखा तो वह अपनी गाड़ियों से उतरे तथा बैलगाड़ी में सवार होकर बारात के साथ कुछ दूरी तक चले। इस बीच, बारात में शामिल लोगों ने उन्हें मिठाई भी खिलाई।