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तालिबान और उसका सहयोग देने वाले देशों पर यूएन लगाए प्रतिबंध, अफगानिस्तान में आतंक के जिम्मेदार अमेरिकी सरकार और पाकिस्तान

सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान ने कहा वर्तमान हालात पूरी दुनिया के लिए बेहद चिंताजनक। विस्तारवादी मानसिकता के लोग भविष्य में किसी को चैन से जीने नहीं देंगे। बिगड़े हालातों पर गरीब नवाज की दरगाह में खास दुआ।

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 17 Aug 2021 10:28 PM (IST)Updated: Tue, 17 Aug 2021 10:28 PM (IST)
सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान

जासं, अजमेर। अफगानिस्तान पर तालिबानियों द्वारा किए गए कब्जे के बाद बिगड़ते हालातों के मद्देनजर सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान ने कहा कि वहां बेकसूर लोगों की मदद और भारतीय लोगों की वापसी के लिए भारतीय सेना भेजी जाए। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बातचीत कर तालिबान और उसका सहयोग करने वाले देशों पर यूएन से प्रतिबंध लगाने की मांग की जाए। दरगाह दीवान ने अफगानिस्तान के मौजूदा हालातों से लिए अमेरिकी सरकार और पाकिस्तान को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया।

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इन हालातों को आसपास के नजदीकी मुल्कों की शांति के लिए खतरा बताया। ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के खादिम सैयद सरवर चिश्ती ने कहा कि तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर पूरे वर्ल्ड को चुनौती दे दी है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को अफगानिस्तान में पैसा लगाने से पहले सौ बार सोचना चाहिए था कि उनके इन्वेस्टमेंट का उपयोग क्या होगा।

वर्तमान हालात पूरी दुनिया के लिए बेहद चिंताजनक

सरवर चिश्ती के मुताबिक यह तो भारत सरकार का डिप्लोमेटिक फेलियर है। ऑल इंडिया सूफी सज्जादा नशीन काउंसलिंग के चेयरमैन सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने बताया कि हालात पूरी दुनिया के लिए बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि विस्तारवादी मानसिकता के लोग भविष्य में किसी को चैन से जीने नहीं देंगे। अपनी जरूरतों के लिए तालिबानी सोच के लोग आसपास के मुल्कों पर बलात घुसपैठ करने का प्रयास करेंगे और खतरा बने रहेंगे।

बिगड़े हालातों पर गरीब नवाज की दरगाह में खास दुआ

सूफी संत महान हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के लिए दरगाह के खादिम सैयद जहुर बाबा चिश्ती ने दुआ की । चिश्ती ने बताया कि दहशतगर्दी से तालिबान ने हमले करते हुए अफगानिस्तान में कब्जा कर लिया हैं वो बेहद खतरनाक है। वहाँ के हवाई अड्डों पर लोग जान बचाने के लिए भागते हुए दिखाई दे रहे हैं । वहां पर फंसे भारत के लोगों को सुरक्षित अपने वतन लाने के लिए ओर अमन भाईचारे के लिए आज गरीब नवाज की दरगाह में कुरान खानी करवाई ओर खास दुआ की गई। पूरे विश्व में और भारत देश में अमन शांति रहे इसलिए मोहर्रम के मौक़े पर खास दुआ मांगी गई हैं ।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से खादिम ने मुलाकात की

विश्व प्रसिद्ध सूफ़ी संत हज़रत ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के गद्दीनशीन एवं ख़ादिम सैयद फख़र काज़मी चिश्ती अपने सुपुत्र सैयद राग़िब चिश्ती अधिवक्ता के साथ राष्ट्रपति भवन दिल्ली पहुँचे जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से क़रीब आधा घंटे की मुलाक़ात हुई । राष्ट्रपति ने कहा कि इतने बढ़े दरबार से तालुक रखते हैं। आप दुआ करें देश में अमन शांति एवं भाईचारा बना रहे, देश तर्रक्की और बुलंदियों तक पहुँचे। चिश्ती ने उन्हें दोबारा अजमेर दरगाह शरीफ़ ज़ियारत के लिए आमंत्रित किया।

20 अगस्त को फिर दरगाह शरीफ़ में करेंगे ज़ियारत

उन्होंने आमंत्रण स्वीकारते हुए जल्द दोबारा अजमेर दरगाह शरीफ़ ज़ियारत के लिए आने की बात कही। अगले दिन सायं 8 बजे अजमेर निवासी केंद्रीय पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन, श्रम और रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव से दिल्ली स्थित अपनी कोठी पर मुलाक़ात की। क़रीब 1 घंटे चली इस मुलाक़ात में सबसे पहले चिश्ती ने दरगाह शरीफ़ की परम्परानुसार उनकी दस्तारबंदी एवं शॉल ओढ़ा कर अजमेर दरगाह शरीफ़ ज़ियारत के लिए आमंत्रित किया। और मंत्री ने भी चिश्तिया रंग का शॉल ओढ़ा कर फख़र काज़मी का स्वागत कर आभार व्यक्त किया। उन्होंने भी आमंत्रण स्वीकारते हुए 20 अगस्त 2021 को दरगाह शरीफ़ ज़ियारत की बात कही।


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