Coronavirus: महाराष्ट्र से दो ट्रेन श्रमिकों को लेकर जयपुर पहुंची, कोटा से स्टूडेंट्स बिहार के लिए रवाना
Coronavirus जयपुर जिला कलेक्टर जोगाराम ने बताया कि बसों में सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बिठाया गया है। ये लोग अपने जिलों में 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहेंगे।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Coronavirus: राजस्थान में प्रवासियों एवं श्रमिकों के आने-जाने का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। कोटा से एक ट्रेन मंगलवार सुबह बिहार के लिए रवाना हुई। इसमें करीब 1200 स्टूडेंट्स गए। यह ट्रेन पूर्णिया व कटिहार जाएगी। तीन दिन में अब तक करीब सात हजार स्टूडेंट्स कोटा से बिहार जा चुके हैं। उधर, महाराष्ट्र के पालघर व भिंवड़ी से दो ट्रेन श्रमिकों एवं अन्य लोगों को लेकर जयपुर पहुंची। यहां रेलवे स्टेशन पर उतरते ही लोगों की स्क्रीनिंग की गई और फिर यहां से झालावाड़, कोटा, सिरोही व जालौर के लिए बसों में इन्हें रवाना किया गया। दोनों ट्रेनों में 2401 श्रमिक यहां आए हैं।
जयपुर जिला कलेक्टर जोगाराम ने बताया कि बसों में सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बिठाया गया है। ये लोग अपने-अपने जिलों में 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहेंगे। राज्य के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों और स्टूडेंट्स को उनके मूल राज्यों तक पहुंचने में मदद करने के लिए राजस्थान सरकार ने विभिन्न स्थानों पर पांच ट्रेनें चलाने की योजना बनाई। इनमें से तीन ही संचालित हुई हैं, जिसमें अजमेर से दरभंगा (बिहार), अजमेर से दनकुनी (पश्चिम बंगाल) और कोटा से दानापुर (बिहार) की ट्रेन शामिल है।
1200 छात्र कर्नाटक से आएंगे
सोमवार को कर्नाटक के बेंगलुरू के चिक्काबनावारा रेलवे स्टेशन से दोपहर 3:30 बजे एक ट्रेन राजस्थान के अलग-अलग शहरों से बेंगलुरू में पढ़ रहे 1200 छात्रों को लेकर जयपुर के लिए रवाना हुई। यह ट्रेन बुधवार सुबह करीब 6:30 बजे जयपुर पहुंचेगी। यहां इन स्टूडेंट्स की स्क्रीनिंग की जाएगी और फिर बसों से अलग-अलग जिलों लिए रवाना किया जाएगा। डॉ. शर्मा ने बताया कि किसी भी मामले में यात्रियों को अपने टिकट के लिए भुगतान करने के लिए नहीं कहा जा रहा है।
कोलकाता से बसों को बैंरग लौटाया
कोलकाता में फंसे प्रवासी राजस्थानियों को लेने के लिए 15 रोडवेज की बसें भेजी गई थी, लेकिन कोलकाता प्रशासन के अधिकारियों ने सोमवार रात इन्हें बैरंग लौटा दिया। उधर, राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया कि राज्य सरकार ने रोडवेज बसों के माध्यम से निशुल्क श्रमिकों को उनके गृह राज्य की सीमा तक भेजना शुरू किया है। निजी बस चालकों से भी सहयोग के लिए कहा गया है।