Coronavirus In Chittorgarh: चित्तौड़गढ़ में कोरोना से अब तक दो की मौत, 118 संक्रमित
Coronavirus. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में कोरोना मरीजों की संख्या 118 हो गई। इनमें 116 निम्बाहेड़ा कस्बे से हैं एक-एक संक्रमित चित्तौड़गढ़ शहर तथा जिले के भदेसर गांव से है।
उदयपुर, संवाद सूत्र। Coronavirus. राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले में बुधवार को मिली राहत के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। गुरुवार सुबह तक यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 118 हो गई। इनमें 116 निम्बाहेड़ा कस्बे से हैं, जबकि एक-एक संक्रमित चित्तौड़गढ़ शहर तथा जिले के भदेसर गांव से है। बुधवार देर रात मिली रिपोर्ट में सोलह नए रोगी सामने आए, जबकि एक कोरोना संक्रमित की मौत हो गई। इस तरह यहां कोरोना संक्रमितों से मरने वालों की संख्या दो हो गई। बुधवार को मृत कोरोना संक्रमित डायबिटिज से भी पीड़ित है।
जानकारी के अनुसार, बुधवार रात निम्बाहेड़ा के एक 66 वर्षीय वृद्ध ने दम तोड़ दिया। उसे कोरोना संदिग्ध के रूप में यहां भर्ती किया गया था और वह वेंटिलेटर पर था। उसकी मौत का प्रारंभिक कारण कोरोना बताया जा रहा
है। वह डायबिटिज से लंबे समय से पीड़ित था और बुधवार को भी उसकी डायबिटिज बढ़ी हुई थी। उदयपुर संभाग में कोरोना संक्रमण से यह दूसरी मौत है। इससे पहले एक सर्राफा व्यापारी की मौत हो चुकी है और वह भी निम्बाहेड़ा का रहने वाला था। निम्बाहेड़ा में बुधवार को एक भी कोरोना संक्रमित सामने नहीं आने पर जिला प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग ने राहत महसूस की, लेकिन यह ज्यादा समय तक टिकी नहीं रही।
बुधवार रात साढ़े बारह बजे बाद मिली रिपोर्ट में निम्बाहेड़ा के सोलह लोग पॉजिटिव पाए गए, जो सभी निम्बाहेड़ा कस्बे से हैं। यहां पहली बार 27 अप्रैल को पहला कोरोना पॉजिटिव मिला था और दस दिन में यह संख्या 116 पहुंच गई।
इधर, चिकित्सा विभाग ने निम्बाहेड़ा कस्बे में जांच का दायरा बढ़ाया है। दस दिन के दौरान 3095 लोगों की जांच की गई। इनमें से 589 की रिपोर्ट मिलना बाकी है।
वहीं, कोरोना महामारी के दौर में क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए प्रत्येक व्यक्ति पर राजस्थान सरकार 2440 रुपये खर्च कर रही है। वहीं, कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे डॉक्टर्स को आाइसोलेशन में रखने पर प्रति व्यक्ति 1500 रुपये प्रतिदिन खर्च किए जा रहे हैं। क्वारंटाइन में रखे गए मरीजों के मुकाबले डॉक्टर्स पर कम खर्च करने को लेकर चिकित्सकों की एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.अजय चौधरी ने नाराजगी जताई है। राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री भंवर लाल मेघवाल का कहना है कि क्वारंटाइन सेंटर्स को व्यवस्थित रखने के साथ ही यहां ऐसा माहौल बनाने का प्रयास किया जाता है, जिससे मरीज तनाव से मुक्त रहे। क्वारंटाइन सेंटर्स में म्यूजिक व टीवी का प्रबंध किया गया है।