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Rajasthan: मुकुंदरा में बाघिन ने दो शावकों को दिया जन्म, सीएम गहलोत ने दी बधाई

Mukundara Hills. 10 साल के प्रयास के बाद प्रदेश के तीसरे टाइगर रिजर्व मुकुंदरा हिल्स भी अब नन्हें शावकों से आबाद हो गया है

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2020 10:14 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2020 10:14 PM (IST)
Rajasthan: मुकुंदरा में बाघिन ने दो शावकों को दिया जन्म, सीएम गहलोत ने दी बधाई
Rajasthan: मुकुंदरा में बाघिन ने दो शावकों को दिया जन्म, सीएम गहलोत ने दी बधाई

जागरण संवाददाता, जयपुर। Mukundara Hills. राजस्थान से वन्यजीव प्रेमियों के लिए खुशखबरी आई है। करीब 10 साल के प्रयास के बाद प्रदेश के तीसरे टाइगर रिजर्व मुकुंदरा हिल्स भी अब नन्हें शावकों से आबाद हो गया है। मंगलवार सुबह बाघिन एमटी-2 दो नन्हें शावकों के साथ नजर आई तो टाइगर रिजर्व में खुशी की लहर दौड़ गई। इसके साक्ष्य मिलते ही वन विभाग ने सीएम अशोक गहलोत को इसकी जानकारी दी।

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इसके बाद सीएम ने ट्वीट के जरिये ये खुशखबरी शेयर करते हुए प्रदेशवासियों को बधाई दी। गहलोत ने अपनी बधाई संदेश में कहा कि वो इस खबर से बेहद आह्लादित महसूस कर रहे हैं। इस के साथ हमारी जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। प्रदेश का तीसरा टाइगर रिजर्व भी शावकों से आबाद हो गया है।

वन्यजीव सलाहकार मंडल की सदस्य सिमरत संधू ने कहा कि इससे बाघों के नए आवास विकसित होने और उनके बाघ प्रजनन के लायक सुरक्षित माहौल मिलने के लिए उम्मीद बढ़ी है ।

वहीं, राजस्थान की रणथंभौर सेंचुरी व इससे जुड़े केवलादेव वनक्षेत्र से 4 टाइगर पिछले तीन माह से लापता है। वन विभाग को इनके बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। वहीं, वन्यजीव प्रेमी कोरोना महामारी व लॉकडाउन के कारण 72 दिन बंद रही सेंचुरी में इन बाघों के शिकार की आशंका जता रहे हैं। वन्यजीव प्रेमियों ने प्रदेश के तीनों रिजर्व रणथंभौर, सरिस्का व मुकुंदरा टाइगर के बाघों के फोटो उनकी मौजूदगी के सबुत सही सार्वजनिक करने की मांग की है। रणथंभौर सेंचुरी से टाइगर फतह टी-42,,रोमियो टी-6 व मोहन टी-47 पिछले चार माह से लापता है।

इसी तरह केेवलादेव वन्यक्षेत्र से बाघिन टी- 92 का पिछले साढ़े तीन माह से कोई सुराग नहीं है। टी-42 व टी-47 अंतिम बार जनवरी के अंतिम सप्ताह में देखे गए थे, वहीं बाघिन टी-92 फरवरी के दूसरे सप्ताह में नजर आई थी। वहीं, टी- 6 तो कई महीनों से नजर नहीं आया। इनके बारे में वन विभाग के अधिकारियों को कोई जानकारी नहीं है। चारों टाइगर के लापता होने का मामला उच्च स्तर तक पहुंचने के बाद अधिकारी सक्रिय हुए हैं। शिकारियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाने के साथ ही वनकर्मियों की टीम गठित की गई है । यह टीम निरंतर शिकारियों व वन्यजीवों पर नजर रखती है । लेकिन लापता हुए तीन टाइगर ना तो कहीं कैमरे में नजर आ रहे हैं और ना ही इस टीम को इनका सुराग मिला है । वनमंत्री सुखाराम विश्नोई ने अधिकारियों से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है ।


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