राजस्थान में बेगूं के कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह विधुड़ी को जान से मारने की धमकी, मामला दर्ज
बेगूं विधायक राजेंद्र सिंह विधुड़ी का कहना है कि मोबाइल पर फोन करने वाले ने उन्हें एक महीने के अंदर गोली मारकर जान से मारने की धमकी दी है। किसी अनजान व्यक्ति ने उन्हें यह धमकी दी। उनकी सूचना पर रावतभाटा थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले की बेगूं के चर्चित कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह विधुड़ी को मोबाइल फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस को की है। पत्रकार वार्ता कर उन्होंने अपनी ही सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि राजस्थान में विधायक तक भी सुरक्षित नहीं हैं।
बेगूं विधायक राजेंद्र सिंह विधुड़ी का कहना है कि मोबाइल पर फोन करने वाले ने उन्हें एक महीने के अंदर गोली मारकर जान से मारने की धमकी दी है। सोमवार रात आठ बजकर चालीस मिनट किसी अनजान व्यक्ति ने उन्हें यह धमकी दी। यह कॉल 48 सैकण्ड की थी। उनकी सूचना पर रावतभाटा थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि पारसोली थाने से डोडा-चूरा की चोरी की जांच को लेकर वह सक्रिय है। उन्होंने यह भी शंका जताई कि उन्हें धमकी देने वाले को पुलिस का भी समर्थन मिला हुआ है। विधायक ने यह भी कहा कि यह पहला मामला नहीं है, जब उन्हें इस तरह जान से मारने की धमकी मिली। तीन महीने पहले भी मेल के जरिए उन्होंने पूर्व में मिली धमकियों को लेकर पुलिस अधीक्षक को शिकायत की थी। विधायक का कहना है कि रावतभाटा में अहिंसा सर्कल चौराहे पर उन्होंने अग्निपथ स्कीम के खिलाफ आयोजित कांग्रेस के सत्याग्रह धरने के दौरान पारसोली थाने से 18 जनवरी की रात 129 किलो डोडा चूरा चोरी के मामले में पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से सीबीआई जांच करवाने की बात कही थी। जिसके बाद उन्हें फिर से धमकी मिलना शुरू हो गई है। इससे जाहिर है कि पुलिस की भी इस मिलीभगत शामिल है।
विधायक विधुडी ने यह भी किा कि रावतभाटा में अवैध कब्जों को लेकर भी वह उन्हें हटवाने के लिए लगातार सक्रिय हैं, लेकिन माफिया उन्हें ही धमकाने में लगे हैं। इधर, रावतभाट थाने के पुलिस निरीक्षक मदनलाल का कहना है कि विधायक की रिपोर्ट पर जांच की जा रही है। विधायक को जिस नंबर से धमकी मिली, उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
विधायक तक सुरक्षित नहीं
बेगूं विधायक का कहना है कि राजस्थान में एक विधायक तक सुरक्षित नहीं है। आम आदमी की सुरक्षा की बात तो दूर की कौड़ी है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मुख्य सचिव को भी शिकायत की है।